जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर : सेना के वाहन पर आतंकी हमला, 5 जवान शहीद, कई घायल

सेना के वाहन पर आतंकी हमला, 5 जवान शहीद, कई घायल
UPT | इसी वाहन को आतंकियों ने बनाया निशाना।

Jul 09, 2024 08:49

आतंकियों ने सेना पर यह हमला तब किया जब पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम मचहेड़ी क्षेत्र में तलाशी ले रही थी। यह क्षेत्र भारतीय सेना के 9 कोर के अंतर्गत आता है। सर्च के दौरान आतंकियों ने उन पर गोलीबारी की।

Jul 09, 2024 08:49

Short Highlights
  • कठुआ जिले के पहाड़ी इलाके में सेना के वाहन पर आतंकियों ने ग्रेनेड से किया हमला
  • सेना ने संभाला मोर्चा, दोनों तरफ से गोलाबारी जारी
Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के पहाड़ी इलाके में सोमवार को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया। इसमें पांच जवान शहीद हो गए हैं, जबकि कई जवान घायल हैं। आतंकी हमले में घायल हुए पांच सैनिकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिलावर में प्राथमिक उपचार दिया गया और उन्हें आगे के इलाज के लिए सैन्य अस्पताल, पठानकोट रेफर कर दिया गया है। जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की है। दोनों ओर से गोलीबारी हो रही है। 

सेना ने शुरू की जवाबी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक दोपहर साढ़े तीन बजे के लगभग आतंकियों ने 22 गढवाल राइफल्स के जवानों को निशाना बनाते हुए जेंडा नाले के पास ग्रेनेड फैंका। बताया जा रहा है कि आतंकी ऊंचाई वाले इलाके में थे। जब तक सेना के जवान संभलते, तब तक आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी। ऊंचाई वाले इलाके का फायदा उठाते हुए आतंकियों ने जवानों को निशाना बनाया। जिसके बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। दोनों ओर से गोलाबारी का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। 

2 महीने में दूसरा आतंकी हमला
यह दो महीने में सेना के वाहन पर दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले 4 मई को पुंछ के शाहसितार इलाके में एयरफोर्स के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें कॉर्पोरल विक्की पहाड़े शहीद हो गए थे और 4 अन्य जवान घायल हो गए थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों के दो वाहनों पर भारी फायरिंग की। दोनों गाड़ियां सनाई टॉप जा रही थीं। वहीं, दो दिन में यह सेना पर दूसरा हमला है। रविवार की सुबह आतंकियों ने राजौरी जिले के मंजाकोट इलाके में एक आर्मी कैंप पर हमला किया था। इसमें एक जवान घायल हो गया। जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी घने जंगल के रास्ते भाग गए। सेना और पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

उधर, सेना ने ऑपरेशन में पैरा कमांडो को भी शामिल कर लिया है। जिन्हें एयरलिफ्ट कर हमले वाले इलाके में ले जाया गया है। सेना की ओर से पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। उधर, बिलावर से बदनोता को जाने वाले मार्ग पर मछेडी से आगे वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। शाम के समय इलाके में भारी बारिश और धुंध का दैार शुरू हो गया था। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और बड़ा आप्रेशन चलाकर आतंकियों के सफाए की तैयारी की गई है।

अलग-अलग मुठभेड़ में छह आतंकी ढेर
इससे पहले रविवार कश्मीर घाटी के कुलगाम में सुरक्षाबलों ने छह आतंकियों को मार गिराया था। जिला कुलगाम में दो अलग-अलग जगह चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के ये सफलता मिली। आतंकियों के पास हथियार भी बरामद किए गए। डीजीपी ने कहा कि कुलगाम में सफल ऑपरेशन और जनसहयोग से ऐसा लगता है कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को जल्द ही इसके तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने में सक्षम होंगे। 

आतंकियों की घाटी में दहशत फैलाने की कोशिश 
हाल के दिनों में कश्मीर में लगातार मुंह की खाने के बाद आतंकियों ने जम्मू संभाग के जिलों में हमलों के अंजाम देने की कोशिशें की हैं। बीते दिनों जिला कठुआ के हीरानगर के गांव सैडा सोहल में आतंकियों ने एक घर को निशाना बनाया था। इस दौरान एक नागरिक घायल हुआ और सीआरपीएफ जवान बलिदान हुआ। हालांकि सुरक्षाबलों ने यहां दो आतंकी मार गिराए थे। ये दोनों आतंकी पाकिस्तानी पाए गए थे। दहशतगर्दों के कब्जे से पाकिस्तानी समान और हथियार बरामद हुए थे।

नौ जून को आतंकियों ने बस को बनाया था निशाना
वहीं, रियासी में एक महीना पहले नौ जून को आतंकियों ने एक बस को निशाना बनाया था। इसमें 9 लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे। यहां आतंकी हमले को अंजाम देकर भाग निकले थे। बस में यूपी, दिल्ली और राजस्थान के श्रद्धालु सवार थे, जो शिवखोड़ी धाम में दर्शन कर कटड़ा की ओर जा रहे थे। अमरनाथ यात्रा से तीन दिन पहले सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन लागोर के तहत छह घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया। दहशतगर्दों के पास से दो अमेरिकी एम4 कार्बाइन और एक एके-सीरीज असॉल्ट राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया।

सेना के वाहनों पर हुए अब तक हुए हमले
इसी साल जनवरी में भी पुंछ में हुआ था हमला
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में इसी साल 12 जनवरी को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। इसके बाद जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इसमें किसी के भी घायल या मौत की खबर नहीं आई थी।

सुरनकोट में पिछले साल दिसंबर में हुआ था आंतकी हमला 
सुरनकोट में 21 दिसंबर को सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। वारदात को 4 आतंकियों ने अंजाम दिया था। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं। ये स्टील बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगीं। पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें M-4 राइफल के इस्तेमाल का दावा किया गया।

6 और 7 जुलाई को कुलगाम में हुई मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 6 और 7 जुलाई को मुदरघम और चिन्निगम फ्रिसल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग हुई थी। एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया था। 2 जवान भी शहीद हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे। इनमें एक पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठन का स्थानीय कमांडर भी था।

जून में 7 घटनाओं में 9 आतंकी मारे गए
डोडा जिले के गंडोह इलाके में 26 जून को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। सुबह 2-3 आतंकियों के इलाके में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस और सेना ने सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया था, जिसके बाद सुबह 9.50 बजे एनकाउंटर शुरू हुआ था। इस एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर पुलिस में तैनात स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप का जवान भी घायल हुआ था। वहीं जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया था। घटना गोहलन इलाके में हुई। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकियों के एक समूह को उरी के गोहलन इलाके में घुसपैठ करते हुए देखा। सुरक्षाबलों ने उन्हें रुकने को कहा और उनकी घुसपैठ को नाकाम किया। जम्मू-कश्मीर के बारामूला के हादीपोरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर हुआ था, जिसमें दो आतंकी मारे गए थे। स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप का एक जवान और एक पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 

बांदीपोरा में LeT कमांडर ढेर
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में 17 जून की सुबह सुरक्षाबलों ने आतंकी LeT कमांडर उमर अकबर लोन उर्फ जाफर को मार गिराया था। वो पट्टन का रहने वाला था। अरागाम के जंगलों में 16 जून को फायरिंग की आवाज सुनाई दी थी। इसके बाद सेना और पुलिस ने सर्चिंग की थी। अगली सुबह तलाशी तेज की गई तो आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी। ड्रोन फुटेज में मारे गए आतंकी जाफर का शव जंगल में पड़ा नजर आया था। 

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