Prayagraj News : 35 साल पहले कांग्रेस ने भी मांगा था राम नाम पे वोट,सुनील शास्त्री के लिए अरुण गोविल ने किया था प्रचार

35 साल पहले कांग्रेस ने भी मांगा था राम नाम पे वोट,सुनील शास्त्री के लिए अरुण गोविल ने किया था प्रचार
UPT | प्रचार करते अरुण गोविल साथ में सुनील शास्त्री

Apr 02, 2024 17:29

बीजेपी पर राम के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी भी राम के नाम पर वोट मांग चुकी है।लेकिन 35 साल पहले राम नाम के भेष में रामायण सीरियल के राम अरुण गोविल के वोट मांगने का कांग्रेस …

Apr 02, 2024 17:29

Short Highlights
  • रामायण सीरियल के राम अरुण गोविल की अपील के बाद भी कांग्रेस को लोकसभा के उपचुनाव में मुंह की खानी पड़ी थी।
  • निर्दलीय प्रत्याशी विश्वनाथ प्रताप सिंह एक लाख से अधिक वोटों से कांग्रेस कैंडिडेट सुनील शास्त्री से चुनाव जीत गए थे।
  • अरुण गोविल ने मंच से नारा दिया था कि भगवान राम का नाम लो कांग्रेस को वोट दो।
Prayagraj News : 1988 में प्रयागराज की इलाहाबाद की लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। उस वक्त कांग्रेस से सांसद रहे अमिताभ बच्चन के इस्तीफा देने से यह सीट खाली हुई थी। जिसके बाद 1988 में उपचुनाव हुआ तो कांग्रेस के टिकट पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री को कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित किया था। जिसके बाद सुनील शास्त्री को टक्कर देने के लिए विश्वनाथ प्रताप सिंह चुनाव मैदान में उतरे थे। उस वक्त विश्वनाथ प्रताप सिंह कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार और बोफोर्स घोटाले जैसे आरोपों के नाम घेरने में लगे हुए थे। जिसके बाद कांग्रेस ने चुनावी नैया पार करने के लिए राम का सहारा लिया था हालांकि कांग्रेस को उस चुनाव में राम नाम की बैसाखी से बेड़ा पार नहीं करवा सकी थी।
 
राम नाम का लिया था सहारा लेकिन फिर भी हारे चुनाव 
1988 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस की तरफ से उस वक्त टीवी पर आने वाले रामायण धारावाहिक में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने भी चुनाव प्रचार किया था।अरुण गोविल कांग्रेस उम्मीदवार सुनील शास्त्री के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित उन्हें जिताने की अपील कर रहे थे।उनकी जनसभा सिविल लाइंस के पी डी टंडन पार्क में आयोजित की गयी थी।जिस वक्त अरुण गोविल जनसभा को संबोधित करने पहुँचे थे वहां पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।पार्क के तीन तक आने वाले चारों तरफ के रास्ते लोगों की भीड़ से खचाखच भर गए थे।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभय अवस्थी बताते हैं कि उस वक्त जितनी भीड़ जुटी हुई थी।उतनी भीड़ उससे पहले उस वक्त जुटी थी जब सुभाष चंद्र बोष आज़ादी के बाद वहां पहुँचे थे।लेकिन लाखों लोगों की जो भीड़ अरुण गोविल को देखने पहुँची थी उस भीड़ ने राम मानकर अरुण गोविल का दर्शन तो जरूर किया था उनके भाषण को जरूर सुना था।लेकिन उस सबके बावजूद उस भीड़ ने अरुण गोविल की अपील पर कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं दिया था।जिस कारण एक लाख से ज्यादा वोट कांग्रेस उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था।जबकि अरुण गोविल को यही सोचकर बुलाया गया था कि उनके राम के किरदार वाली अपील का असर जनता पर पड़ेगा लेकिन वैसा हो नहीं पाया था और कांग्रेस कैंडिडेट को हार का सामना करना पड़ा।
 
 मात्र तीन घंटे के प्रचार में जुट गयी थी लाखों की भीड़ 
कांग्रेस के वरिस्ठ नेता श्याम कृष्ण पांडेय ने बताया कि 1988 में जिस दिन अरुण गोविल का कार्यक्रम होना था उस दिन दोपहर में 12 बजे सूचना मिली कि शाम को अरुण गोविल की जनसभा पीडी टंडन पार्क में होनी है।जिसके बाद इतने कम समय में सभा को करवाने से कई नेताओं ने हाथ खड़ा कर दिया था।जिसके बाद आला नेताओं ने श्याम कृष्ण पांडेय को बुलाकर उस सभा को अल्प समय मे करवाने की जिम्मेदारी दी गयी।जिसके बाद श्याम कृष्ण पांडेय ने चुनाव के लिए बनाए गए 40 चुनाव कार्यालय के जरिये इस सभा को सफल बनाने की योजना बनायी और उसी के तहत सभी चुनाव कार्यालय में लगे लाउड स्पीकर के जरिये एनाउंसमेंट करवाया कि 5 बजे रामायण धारावाहिक के राम अरुण गोविल जनसभा को संबोधित करने प्रयागराज आ रहे हैं।जिसके बाद अरुण गोविल की एक झलक पाने और उन्हें सुनने के लिए लोगों की भीड़ जनसभा स्थल पर पहुँच गयी थी।लेकिन लाखों की जो भीड़ अरुण गोविल देखने और सुनने पहुँची थी उन्हीं लोगों ने अरुण गोविल की अपील पर कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं दिया था।जिसका नतीजा हुआ कि कांग्रेस उम्मीदवार एक लाख से ज्यादा वोट से हार गए।जबकि अरुण गोविल ने मंच से नारा दिया था कि भगवान राम का नाम लो कांग्रेस को वोट दो लेकिन उनके उस अपील के बाद भी जनता का वोट कांग्रेस को नहीं मिला था।

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