महाकुंभ की गूंज पहुंची विदेशों तक : योगी बाबा के संगम पर विदेशी श्रद्धालुओं ने की प्रशंसा

योगी बाबा के संगम पर विदेशी श्रद्धालुओं ने की प्रशंसा
UPT | महाकुंभ की गूंज पहुंची विदेशों तक

Jan 13, 2025 22:34

महाकुंभ 2025 भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म और आस्था का अद्भुत संगम बनकर दुनिया भर में अपनी पहचान बना रहा है। इस भव्य आयोजन ने न केवल देशभर के श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है...

Jan 13, 2025 22:34

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म और आस्था का अद्भुत संगम बनकर दुनिया भर में अपनी पहचान बना रहा है। इस भव्य आयोजन ने न केवल देशभर के श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है, बल्कि विदेशी भक्त भी इसकी दिव्यता से अभिभूत हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया से आई श्रद्धालु इला और उनके साथ अन्य विदेशी युवाओं ने महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं और अनुशासन की प्रशंसा करते हुए कहा, "संगम पर सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं के लिए अद्वितीय सुविधा देखकर सुखद आश्चर्य हुआ। ऐसा दिव्य और शांत वातावरण पहले कभी नहीं देखा।"

राजपाल योगी: युवाओं के प्रेरणास्रोत
हरियाणा के रोहतक जिले के सीसर गांव से आए राजपाल योगी महाकुंभ में अपनी अनूठी जीवनशैली और प्रेरक संदेशों के कारण चर्चा में रहे। वे ठंड में भी कपड़े नहीं पहनते और अपने दृढ़ निश्चय व सकारात्मक जीवन दृष्टिकोण से युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं युवाओं को नशे से दूर रहने, शरीर को स्वस्थ रखने और सनातन धर्म के मूल्यों को अपनाने का संदेश देना चाहता हूं। सोशल मीडिया और महाकुंभ जैसे आयोजन इस संदेश को फैलाने का सशक्त माध्यम हैं।"



3000 पुशअप्स का अद्भुत प्रदर्शन
राजपाल योगी ने अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति का प्रदर्शन करते हुए एक हाथ से 3000 पुशअप्स लगाए। उन्होंने युवाओं को परंपराओं से जुड़ने और माता-पिता की आज्ञा का पालन करने की अपील की। उनका कहना है, "शारीरिक और मानसिक शक्ति में संतुलन ही सफलता की कुंजी है। अगर युवा अपनी संस्कृति और शक्ति को पहचानें, तो भारत को फिर से 'विश्वगुरु' बनने से कोई रोक नहीं सकता।"

Also Read

श्रद्धालुओं का बड़ा सैलाब, 34 फ्लाइट, 2500 बसें और 344 ट्रेनों से स्नान के लिए पहुंचे संगम

14 Jan 2025 02:49 PM

प्रयागराज महाकुंभ 2025 : श्रद्धालुओं का बड़ा सैलाब, 34 फ्लाइट, 2500 बसें और 344 ट्रेनों से स्नान के लिए पहुंचे संगम

महाकुंभ के पहले दिन स्नान के लिए श्रद्धालुओं ने 34 फ्लाइट्स, 2500 बसों और 344 ट्रेनों से सफर किया। इनमें से सबसे अधिक 100 से ज्यादा बसें अयोध्या रूट पर चलाई गईं, ताकि श्रद्धालुओं को आसानी से प्रयागराज पहुंचाया जा सके। और पढ़ें