भारतीय संस्कृति और परंपरा से प्रभावित इटली के तीन दोस्त महाकुम्भ का मेला देखने पहुंचे हैं। उन्होंने महाकुंभ मेले में घूमते हुए कहा कि पिछले जन्म में मै भी भारतीय था।
इटली के तीन दोस्त महाकुम्भ मेला देखने पहुंचे : एक ने कहा - पिछले जन्म में इंडियन था मैं, भारतीय संस्कृति से गहरा जुड़ाव महसूस किया
Jan 12, 2025 16:14
Jan 12, 2025 16:14
- इटली से आए तीन दोस्त संन्यासी की वेशभूषा में महाकुंभ में ठहरे हुए हैं।
- इटैलियन युवकों ने महाकुंभ की भव्यता और व्यवस्था की तारीफ की।
महाकुम्भ मेला: एक वैश्विक उत्सव
प्रयागराज का महाकुम्भ मेला एक ऐसा आयोजन है, जो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह मेला भारतीय संस्कृति, धर्म, और परंपरा की एक जीवंत तस्वीर पेश करता है। हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला यह मेला धर्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। लाखों श्रद्धालु और पर्यटक हर बार इस मेले का हिस्सा बनते हैं, और इस बार भी यही दृश्य देखने को मिल रहा है।
इटली के तीन दोस्त महाकुम्भ मेला देखने पहुंचे
इस बार महाकुम्भ मेला में इटली के तीन दोस्त भी पहुंचे हैं, जो भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर यहां आए हैं। इन दोस्तों ने महाकुम्भ में शिविरों में ठहरने का अनुभव साझा किया और यहां की भव्यता और दिव्यता का आकलन किया। इन युवकों में से एक, पीटरो, जो योग का अभ्यास करते हैं, ने कहा, "मैं भारतीय संस्कृति के बारे में कुछ जानकारी रखता हूं। कुम्भ मेला सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है और यह मेरा पहला अवसर है जब मैं कुम्भ मेला देखने आया हूं।"
पीटरो के अनुसार, महाकुम्भ मेला भारतीय संस्कृति की असली झलक है, और वह इसे देखने के लिए बेहद उत्साहित थे। उन्होंने कहा कि यह मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय जीवनशैली और ध्यान की गहराई को समझने का एक अद्भुत अवसर है।
कुम्भ मेला और योग की प्रभावशाली छवि
स्टीफेनो, जो महाकुम्भ मेला देखने पहुंचे हैं, ने भी इस आयोजन के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि यह उनका पहला कुम्भ मेला है और उन्हें इस बारे में उनके रूस के साधु मित्रों से जानकारी मिली थी। उनका मानना था कि कुम्भ मेला एक ऐसा अनुभव है, जिसे कोई भी भारतीय संस्कृति में रुचि रखने वाला व्यक्ति नहीं छोड़ सकता। उनके मित्र भारत में आकर नागा साधु बन चुके हैं, और यही अनुभव उन्हें और उनके जैसे लोगों को खींच लाता है।
भारतीय संस्कृति का अहसास
इटली से आए एमा भी महाकुम्भ के आयोजन से गहरे प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा, "मैं योग का शिक्षक हूं और भारतीय संस्कृति को बहुत पसंद करता हूं। कई भारतीय मेरे मित्र हैं और मुझे भारतीय संगीत, भजन और कीर्तन बहुत प्रिय हैं। मुझे लगता है कि इससे पहले के जन्म में मैं भारतीय था।" एमा ने महाकुम्भ मेले की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यहां की व्यवस्थाएं बहुत ही सुंदर और संगठित हैं, जो इस बड़े आयोजन को और भी शानदार बनाती हैं।
महाकुम्भ मेला: एक अद्वितीय अनुभव
महाकुम्भ मेला न केवल भारतीयों के लिए, बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है। यह एक ऐसा अवसर है, जहां धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध वातावरण में सभी लोग एक साथ आकर भारतीय परंपराओं का अनुभव करते हैं। इस तरह के आयोजनों से न केवल भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, बल्कि दुनिया भर से आए लोग एक साथ मिलकर भारतीय परंपराओं को समझने और उनका सम्मान करने का अवसर पाते हैं। महाकुम्भ मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह विश्व समुदाय को एकजुट करने का एक अहम माध्यम भी है।
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