प्रयागराज में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम चारों तरफ रही। हर मंदिर, हर घर में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के लिए विशेष तैयारियां की गई थीं। बच्चों में इस बार कृष्ण जन्मोत्सव का खासा उत्साह दिखाई दिया।
जन्माष्टमी की धूम : सड़कों पर दिखा मेला जैसा दृश्य, बच्चों ने सिर पर मोरपंख और पीले वस्त्र पहनकर धारण किया कान्हा का रूप
Aug 28, 2024 01:42
Aug 28, 2024 01:42
प्रयागराज के बलुआ घाट स्थित इस्कॉन मंदिर से लेकर मधवापुर स्थित रूप गौड़ीय मठ,गीता निकेतन और पुलिस लाइंस तक विभिन्न स्थानों पर जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य आयोजन किए गए। नैनी सेंट्रल जेल में भी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए,जहां जेल के अंदर बंद कैदियों ने भी भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और भजन-कीर्तन में भाग लिया।
शाम होते ही पूरे शहर में जन्माष्टमी की धूम मची
शाम होते ही पूरे शहर में जन्माष्टमी की धूम मच गई। सड़कों पर मेले जैसा दृश्य देखने को मिला,जहां लोग अपने बच्चों को माखनचोर के वेश में सजाकर लाए। बच्चों ने सिर पर मोरपंख,हाथ में बांसुरी और पीले वस्त्र पहनकर कान्हा का रूप धारण किया। कान्हा के रूप में सजे बच्चों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब साझा की गईं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हर घर में कान्हा की मूर्तियों को सजाया गया और उनके जन्म का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। बलुआ घाट स्थित इस्कॉन मंदिर में रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का विशेष आयोजन हुआ,जिसमें भक्तों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। मुंशी राम प्रसाद की बगिया स्थित राधा कृष्ण मंदिर और बिजली घर चौराहे के पास स्थित फायर स्टेशन में भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कटरा रामलीला परिसर में श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई और रासलीला का मंचन हुआ
कटरा रामलीला परिसर में श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई और रासलीला का मंचन किया गया,जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। जगन्नाथ जी महोत्सव समिति द्वारा भी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भव्य झांकी सजाई गई। एजी ऑफिस के पास स्थित साई मंदिर में भी इस अवसर पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया गया, जहां भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। प्रयागराज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था,बल्कि सामुदायिक एकता और हर्षोल्लास का भी परिचायक रहा।
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