प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से आरंभ होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। गुरुवार को वैरागी परंपरा के प्रमुख अखाड़ों निर्मोही अनी, निर्वाणी अनी और दिगंबर अनी के भूमि पूजन का आयोजन किया गया।
Prayagraj News : प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से आरंभ होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। गुरुवार को वैरागी परंपरा के प्रमुख अखाड़ों निर्मोही अनी, निर्वाणी अनी और दिगंबर अनी के भूमि पूजन का आयोजन किया गया। मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ संपन्न इस समारोह में बैरागी संतों ने मां गंगा और यमुना से महाकुंभ के सफल और निर्विघ्न आयोजन की प्रार्थना की। इससे पहले शैव, उदासीन और सिख परंपरा के अखाड़ों का भूमि पूजन हो चुका है। संगम की पावन धरती पर आयोजित यह अनुष्ठान महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता का परिचायक है।
भव्य महाकुंभ की तैयारी में जुटे संत महात्मा
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में निर्मोही अनी अखाड़े के श्रीमहंत और अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत राजेंद्र दास, खाक चौक के महामंत्री महंत संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा सहित कई प्रमुख संत उपस्थित रहे। कार्यक्रम में महाकुंभ मेला एडीएम विवेक चतुर्वेदी भी शामिल हुए। वैरागी संप्रदाय के संतों ने भूमि पूजन के बाद योगी सरकार की तैयारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2019 का कुंभ वैश्विक चर्चा का केंद्र बना था और 2025 का महाकुंभ इससे भी अधिक दिव्य और भव्य होगा।
संतों की उम्मीदें और आशीर्वाद
महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर महंत संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा ने कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा कि संत और श्रद्धालु मिलकर इसे सफल बनाएंगे। वैरागी संतों ने भूमि पूजन के साथ तंबुओं के शहर के शीघ्र निर्माण और छावनियों के निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने की घोषणा की। महंत राजेंद्र दास ने कहा कि संत समाज ने कुंभ के सफल आयोजन की कामना की है। 2019 के कुंभ की दिव्यता और भव्यता को ध्यान में रखते हुए इस बार भी वैसी ही तैयारियां हो रही हैं।
महाकुंभ की दिव्यता की ओर एक कदम
संगम की पवित्र धरती पर महाकुंभ 2025 की तैयारियां तेजी से जारी हैं। भूमि पूजन के साथ ही तंबुओं का शहर बसने लगा है, जो महाकुंभ के दौरान लाखों संत, महात्माओं और करोड़ों श्रद्धालुओं की मेजबानी करेगा। बैरागी अखाड़ों के साधु-संतों ने भूमि पूजन के बाद धार्मिक अनुष्ठानों और महाकुंभ की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान महाकुंभ के आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने के लिए समर्पित प्रयासों की सराहना की गई। संत समाज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना के अनुरूप महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की और सभी को इसमें सहयोग का आह्वान किया।
संतों की श्रद्धा और संगम का संदेश
संत समाज ने महाकुंभ 2025 को भारतीय संस्कृति और परंपरा का गौरव बताते हुए इसे विश्व के लिए प्रेरणा का केंद्र कहा। भूमि पूजन के अवसर पर संतों ने मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की महिमा का गुणगान किया और प्रयागराज को संत-परंपरा और मानवता का केंद्र बताया। महंत राजेंद्र दास, महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह महाकुंभ दिव्यता और भव्यता का प्रतीक बनेगा। संत समाज ने इसे सफल बनाने का संकल्प लिया और इसे विश्व मंच पर भारतीय आध्यात्मिकता की प्रस्तुति बताया।
सरकार के प्रयासों की सराहना
संतों ने योगी सरकार की महाकुंभ 2025 की तैयारियों की सराहना करते हुए कहा कि 2019 के कुंभ की भव्यता और सफाई ने मानदंड स्थापित किए थे, जिससे उम्मीदें और बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने अखाड़ों और संत समाज की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी है, जिससे सभी तैयारियां सुचारू रूप से हो रही हैं। प्रयागराज में तंबुओं का शहर धीरे-धीरे आकार ले रहा है, जो लाखों श्रद्धालुओं और संतों का स्वागत करेगा। भूमि पूजन के साथ इस आयोजन की शुरुआत हो चुकी है, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिकता के वैश्विक केंद्र के रूप में तैयार हो रहा है।