महाकुम्भ, जो केवल आध्यात्मिक आयोजनों और नदियों के संगम का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भारतीय परंपराओं, संस्कृतियों और कलात्मक अभिव्यक्तियों का अद्भुत संगम भी है, इस बार गंगा पंडाल में सुरों का संगम देखने को मिलेगा। 16 जनवरी से 24 फरवरी 2025 तक आयोजित इस महाकुम्भ में बॉलीवुड समेत देशभर के कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को भाव विभोर करेंगे।
महाकुम्भ 2025 : त्रिवेणी के संगम पर होगा सात सुरों का संगम, कैलाश खेर, कविता कृष्णमूर्ति जैसे कलाकार देंगे प्रस्तुति
Jan 10, 2025 21:41
Jan 10, 2025 21:41
- गंगा पंडाल में देखने को मिलेगा सुरों का संगम
- महाकुम्भ में बॉलीवुड समेत देशभर के कलाकार देंगे प्रस्तुति
- 16 जनवरी से होगा प्रस्तुतियों का शुभारंभ
देश के दिग्गज कलाकार होंगे शामिल
महाकुम्भ 2025 में संगीत और नृत्य की विशेष प्रस्तुतियां श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेंगी। 16 जनवरी से 24 फरवरी तक आयोजित इस भव्य आयोजन में विभिन्न दिनों पर प्रतिष्ठित कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। 16 जनवरी को शंकर महादेवन, रवि, 17 को महेश काले, 18 को पार्वती, 19 को सौनक चट्टोपाध्याय, 20 को श्री रामचंद्र, 21 को आदित्य सारस्वत, 22 को प्रतिभा सिंह बघेल, 23 को विक्रम घोष, 24 को अन्वेशा दत्त गुप्ता जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा, 31 जनवरी को रंजनी और गायत्री, 1 फरवरी को ईमान चक्रवर्ती, 5 को संजीव शंकर, तेजेंद्र नारायण मजूमदार, तन्मय बोस, 6 को उमाकांत गुंडीचा, 7 को योगेश गंधर्व, आभा गंधर्व, कविता कृष्णमूर्ति, डॉ एल सुब्रमण्यम, 9 को सुरेश वाडेकर, 10 को हरिहरन, 14 को नवदीप बडाली, 15 को देव मित्र सेन गुप्ता, ऋषभ रिखीराम शर्मा, 16 को रतेंद्र भादुड़ी, राहुल देशपांडे, 17 को नितिन मुकेश, 18 को सौरेंद्रो, सौम्यजीत, 19 को श्वेता मोहन, 20 को आभा हंज़ुरा, 21 को कविता सेठ, 22 को पार्थिव गोहिल, 23 को कैलाश खेर और 24 फरवरी को मोहित चौहान अपनी प्रस्तुति देंगे।
संस्कृति और आध्यात्मिकता का स्थायी प्रभाव
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के महाकुम्भ के नोडल अधिकारी अमित अग्निहोत्री ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। 16 जनवरी से प्रस्तुतियों का शुभारंभ होगा। इन कलाकारों के संगीत और नृत्य से महाकुम्भ में एक अलौकिक और भव्य आध्यात्मिक वातावरण तैयार होगा।