उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन हो रहा है, जिसमें आस्था का जनसैलाब उमड़ा हुआ है। श्रद्धालु देश-विदेश से यहां आकर गंगा, यमुन और सरस्वती के संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं...
महाकुंभ में आस्था का अनूठा नजारा : संत-महंतों के कारवां को देख उमड़ी भक्तों की भीड़, चरण धूल को माथे पर लगाते दिखे श्रद्धालु
Jan 15, 2025 14:01
Jan 15, 2025 14:01
संतों के चरण की धूल माथे पर लगाते दिखे श्रद्धालु
दरअसल, सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें संगम नगरी प्रयागराज की जीवंत तस्वीरें दिख रही हैं। जहां साधु-संतों का कारवां स्नान करने के लिए गुजर रहा था, वहां से भक्तों ने उनके पैरों के नीचे की मिट्टी उठाकर अपने माथे पर लगाई। संतों के मार्ग से गुजरते वक्त श्रद्धालुओं ने उन पर फूलों की बारिश की। संगम तट पर भगवान के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया था। लोग साधु-संतों की तस्वीरें भी क्लिक करते हुए दिखाई दिए, जो इस दिव्य अवसर की साक्षी बनने के लिए वहां उपस्थित थे।
अमृत स्नान में प्रमुख अखाड़ों ने लिया भाग
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर महाकुंभ के पहले अमृत स्नान का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रमुख अखाड़ों के साधु-संतों ने भाग लिया। इस विशेष दिन पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने सबसे पहले अमृत स्नान किया। यह स्नान एक महत्वपूर्ण धार्मिक क्रिया थी, जो पौष पूर्णिमा के दिन हुए पहले बड़े स्नान के बाद हुआ। इस अवसर पर संतों के 13 अखाड़े महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं और हर अखाड़ा अपनी निर्धारित तिथि पर अमृत स्नान करता है।
सीएम ने दीं शुभकामनाएं
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत रूप है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 में त्रिवेणी संगम में पहला अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!" अखाड़ों को अमृत स्नान की तिथियों और उनके स्नान क्रम के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई है, जिससे आयोजन का मार्गदर्शन सुनिश्चित किया जा सके।
ये भी पढ़ें- महाकुंभ में एंटी ड्रोन करेंगे चक्रव्यूह का काम : डीजीपी का दावा, जल-थल और नभ...कोई नहीं सकता भेद
Also Read
15 Jan 2025 04:04 PM
विदेश मंत्रालय की एक पहल के तहत 10 देशों का 21 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल 15 जनवरी को प्रयागराज पहुंचेगा। प्रतिनिधिमंडल में फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधि शामिल हैं। और पढ़ें