Jan 16, 2025 20:38
https://uttarpradeshtimes.com/prayagraj/mahakumbh-2025-culture-grand-start-of-mahakumbh-shankar-mahadevan-shines-in-the-inauguration-ceremony-61378.html
Prayagraj News: महाकुंभ 2025 के अंतर्गत आयोजित संस्कृति का महाकुंभ अपने आप में एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बन गया है। प्रयागराज में आयोजित इस महापर्व के तहत गंगा पंडाल में भारतीय संस्कृति, कला, और संगीत का संगम देखने को मिल रहा है। इस महाकुंभ का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ को स्वच्छता, सुरक्षा, पर्यावरण, ज्योतिष, और ऋषियों का महाकुंभ करार दिया।
उपमुख्यमंत्री ने महाकुंभ को बताया 'संस्कृति का उत्सव'
उद्घाटन समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा, "महाकुंभ 2025 केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, यह स्वच्छता का महाकुंभ है, सुरक्षा का महाकुंभ है, पर्यावरण का महाकुंभ है और गंगा, यमुना और सरस्वती की अविरलता का प्रतीक है। यह ज्योतिष और ऋषियों का महाकुंभ भी है।" उन्होंने यह भी बताया कि इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।
शंकर महादेवन की प्रस्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत
गंगा पंडाल में उद्घाटन समारोह की शुरुआत प्रसिद्ध गायक और संगीतकार शंकर महादेवन की शानदार प्रस्तुति से हुई। उनके मधुर सुरों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू होकर 24 फरवरी तक चलेगा, जिसमें देशभर के नामी कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इस दौरान सांस्कृतिक विविधता के अद्भुत रंग देखने को मिलेंगे।
कैबिनेट बैठक भी होगी आयोजन का हिस्सा
उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महाकुंभ के दौरान कैबिनेट की बैठक का आयोजन भी किया जाएगा। हालांकि, बैठक की तिथि अभी निर्धारित नहीं है। उन्होंने बताया कि यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें महाकुंभ को विश्वस्तरीय बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
श्रद्धालुओं और कलाकारों का संगम
गंगा पंडाल में आने वाले श्रद्धालु और कलाकार इस आयोजन का आनंद ले रहे हैं। दो प्रमुख स्नानों के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सकुशल वापस गए, जिससे आयोजन की सफलता साफ झलकती है। कार्यक्रम में देशभर के कलाकारों और सांस्कृतिक समूहों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी, जो भारतीय संस्कृति की समृद्धि को दर्शाएंगी।
आयोजन की प्रमुख विशेषताएं
गंगा पंडाल में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रम। स्वच्छता, सुरक्षा और पर्यावरण को महाकुंभ का मुख्य संदेश दिया जाएगा। महाकुंभ ज्योतिष, ऋषियों और भारतीय परंपराओं का उत्सव।गंगा पंडाल बना श्रद्धालुओं और कलाकारों का भव्य संगम। महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण आयोजन बन चुका है। यह कार्यक्रम भारतीय परंपरा और संस्कृति के गौरवशाली स्वरूप को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने का माध्यम बन रहा है।