Ganga Aarti in Prayagraj : महाकुंभ में महिला बटुक कराएंगी खास आरती, दी गई है विशेष ट्रेनिंग

महाकुंभ में महिला बटुक कराएंगी खास आरती, दी गई है विशेष ट्रेनिंग
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Dec 26, 2024 16:26

प्रयागराज में संगम के नजदीक जहां महिला बटुकों द्वारा विशेष आरती की जाती है, वहां अध्यात्म की गंगा बहती हुई नज़र आती है। बीते 6 महीनों से महिलाएं इस आरती को संपन्न करा रही हैं। 13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ इस बार कई मायनों में खास होगा। यह महाकुंभ दिव्य-भव्य, सुरक्षित, डिजिटल और ग्रीन होगा, और नारी सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश करेगा।

Dec 26, 2024 16:26

Short Highlights
  • महाकुंभ के दौरान महिला बटुक कराएंगी खास आरती
  • नारी सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश
  • तैयारी के तहत युवतियों का पैनल तैयार
Mahakumbh 2025 : प्रयागराज में संगम के नजदीक जहां महिला बटुकों द्वारा विशेष आरती की जाती है, वहां अध्यात्म की गंगा बहती हुई नज़र आती है। बीते 6 महीनों से महिलाएं इस आरती को संपन्न करा रही हैं। 13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ इस बार कई मायनों में खास होगा। यह महाकुंभ दिव्य-भव्य, सुरक्षित, डिजिटल और ग्रीन होगा और नारी सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश करेगा। महाकुंभ के दौरान, संगम किनारे रोजाना होने वाली आरती को महिला बटुक ही संपन्न कराएंगी। महिलाएं डमरू और शंख बजाकर, पूजा करेंगी, भजन गाएंगी और आरती के पात्र को हाथ में लेकर सभी रस्में अदा करेंगी। यह समूचे विश्व में पहली बार होगा जब इतने बड़े पैमाने पर महिला बटुकों द्वारा नियमित आरती संपन्न की जाएगी।

महिला बटुकों द्वारा विशेष आरती की तैयारी 
प्रयागराज में संगम के तट पर जिला प्रशासन के सहयोग से जय त्रिवेणी जय प्रयागराज संस्था रोजाना भव्य गंगा आरती का आयोजन करती है, जो काशी और हरिद्वार की तरह सात बटुकों द्वारा एक साथ की जाती है। इस आरती में रोजाना सैकड़ों गंगा भक्त श्रद्धालु शामिल होते हैं। महाकुंभ के दौरान, संस्था ने महिला बटुकों द्वारा विशेष आरती की तैयारी सात महीने पहले ही शुरू कर दी थी। इस तैयारी के तहत युवतियों का पैनल तैयार कर उन्हें ट्रेनिंग दी गई। जून महीने में गंगा दशहरा के दिन से यहां रविवार और अन्य प्रमुख दिनों पर पुरुषों के बजाय महिला बटुकों से आरती कराई जा रही है। इसका फाइनल ट्रायल बुधवार को तुलसी जयंती पर किया गया।


एक जनवरी से नियमित तौर पर होगी आरती
प्रयागराज में संगम के नजदीक जिस दिन महिला बटुकों की आरती होती है, उस दिन वहां अध्यात्म की गंगा बहती हुई नज़र आती है। पिछले छह महीनों में कुछ खास मौकों पर होने वाली यह विशेष आरती अब एक जनवरी से नियमित तौर पर शुरू होगी। महाकुंभ के दौरान इस आरती में दूसरी भाषाओं में भक्ति गीतों को भी पेश किए जाने की तैयारी है। हरिद्वार और काशी के बाद प्रयागराज ही इकलौती ऐसी जगह है, जहां रोजाना सात प्लेटफार्म पर मां गंगा की भव्य आरती एक साथ की जाती है।

इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी
जय त्रिवेणी जय प्रयागराज की इस भव्य गंगा आरती में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं, लेकिन जब महिला बटुक आरती करती हैं, तो श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो जाती है। इस आरती के संयोजक संगम के प्रधान तीर्थ पुरोहित प्रदीप पांडेय हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई वीआईपी की पूजा कराई है। प्रदीप पांडेय के मुताबिक, महाकुंभ में नियमित रूप से महिलाओं द्वारा आरती कराने का विचार उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान मिला।

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