मंडल के वाणिज्य विभाग ने एक नवीन पहल की शुरुआत की है, जिसके तहत प्रयागराज, कानपुर, टूंडला, मिर्जापुर, अलीगढ़ और इटावा जैसे प्रमुख स्टेशनों पर कार्यरत फ्रंट लाइन कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
NCR Railway : फ्रंट लाइन स्टाफ को छह महीने तक दी जाएगी ट्रेनिंग, वाणिज्य विभाग के सात मास्टर ट्रेनरों की टीम नियुक्त
Jul 08, 2024 16:13
Jul 08, 2024 16:13
- फ्रंट लाइन कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा
- प्रशिक्षण कार्यक्रम छह महीने तक चलेगा
- प्रयागराज मंडल ने सात अनुभवी प्रशिक्षकों की एक टीम गठित की है
विनम्रता से पेश आने की दी जाएगी ट्रेनिंग
रेल यात्रा के दौरान यात्रियों को अकसर विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें अस्वच्छ शौचालय, खराब मोबाइल चार्जिंग सुविधाएं, वातानुकूलित डिब्बों में गंदे चादर-तकिये, या अकार्यशील पंखे जैसी समस्याएं शामिल हैं। ऐसी स्थितियों में यात्री आमतौर पर टिकट चेकर, सुरक्षा कर्मी, ट्रेन प्रबंधक, या स्टेशन अधीक्षक से संपर्क करते हैं। परंतु, अकसर यात्रियों की शिकायत रहती है कि कर्मचारी उनसे उचित व्यवहार नहीं करते। रेलवे प्रशासन का मानना है कि यदि कर्मचारी यात्रियों से विनम्रता से पेश आएं, तो अधिकांश समस्याएं स्वतः ही सुलझ जाएंगी।
टीम का गठन किया गया
इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए, प्रयागराज मंडल ने सात अनुभवी प्रशिक्षकों की एक टीम गठित की है। इस टीम में राकेश श्रीवास्तव, प्रखर शर्मा, दिवाकर शुक्ला, नरेंद्र सिंह, आरबी साहू, मिथलेश कुमार और कमलेश कुमार शामिल हैं। राकेश श्रीवास्तव टीम के समन्वयक की भूमिका निभाएंगे, जबकि सहायक वाणिज्य प्रबंधक संजय गौतम समग्र परियोजना की निगरानी करेंगे।
सप्ताह में दो दिन चलेंगी कार्यशालाएं
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षक कर्मचारियों को यात्रियों से सौहार्दपूर्ण संवाद, समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनना और समझना, तथा संयत भाव से प्रतिक्रिया देना सिखाएंगे। मंडल के प्रत्येक स्टेशन पर सप्ताह में दो बार कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इस पहल से न केवल यात्री सेवा की गुणवत्ता में वृद्धि होने की आशा है, बल्कि यह भारतीय रेल की समग्र छवि को भी सुधारने में सहायक होगी।
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