दहिलामऊ में अराजकतत्वों ने गाय चोरी कर उसको मार डाला। घटना ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया। इस घिनौनी वारदात के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हैं।
अराजकतत्वों ने गौकशी कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की : रात में खूंटे से बंधी गाय को चुराया, मारकर मांस के टुकड़े जंगल में फेंके
Nov 18, 2024 16:58
Nov 18, 2024 16:58
घटना ने इलाके में गुस्से का माहौल बना दिया
प्रतापगढ़ के भुलियापुर निवासी सुनील कुमार उपाध्याय ने इस घटना की सूचना दी। उनका कहना है कि रात के समय उनके घर के सामने खूंटे से बंधी गाय और बछिया में से गाय गायब हो गई थी। सुबह जब परिवार ने गाय की तलाश शुरू की, तो उनके सिर, पैर और अन्य अवशेष मस्जिद के पीछे आदम नगर के जंगल में मिले। इस घटना ने इलाके में गुस्से का माहौल बना दिया है और स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
पुलिस पर सवाल और स्थानीय लोगों में असंतोष
सुनील कुमार का आरोप है कि इस क्षेत्र में लंबे समय से गौकशी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस इन मामलों में किसी भी आरोपी को पकड़ने में असफल रही है। उनका कहना है कि गौकशी के मामलों में पुलिस की निष्क्रियता ने ही अराजकतत्वों को इस तरह के कृत्य करने का साहस दिया है। साथ ही, इससे यह भी साबित होता है कि पुलिस की पैदल गश्त और सुरक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो सका है।
पिछली घटनाओं पर भी सवाल
यह पहला मामला नहीं है, जब प्रतापगढ़ में गौकशी की घटना सामने आई है। लगभग एक महीने पहले पहाड़ापुर क्षेत्र में दर्जनभर गायों की गौकशी की घटना हुई थी, जिसका अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है। स्थानीय लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब राज्य सरकार गौवंश की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास कर रही है, तो पुलिस प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस प्रशासन का कहना है कि घटना की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में कई पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है, और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाने की बात भी की जा रही है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि गौकशी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी निगरानी और सख्त कार्रवाई की जरूरत है। स्थानीय लोग इस मुद्दे पर जल्द ही ठोस कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
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