प्रतापगढ़ में सियासी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। जहां अनुप्रिया पटेल के बयानों के बाद राजा भैया खुलकर सपा के समर्थन में उतर आए हैं। वहीं प्रतापगढ़ जिले के जीआईसी ग्राउंड में सपा मुखिया अखिलेश यादव की होने वाली जनसभा के लिए जनसत्ता दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता समर्थन में सड़कों पर नजर आ रहे हैं। यह जनसभा सपा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल...
अखिलेश के समर्थन में राजा भैया के समर्थक : सपा की जनसभा के लिए भीड़ जुटाने में जुटे जनसत्ता दल के कार्यकर्ता, बदला समीकरण
May 23, 2024 14:35
May 23, 2024 14:35
भीड़ जुटाने में जुटे जनसत्ता दल के कार्यकर्ता
प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर छठे चरण के दौरान 25 मई को मतदान होना है। इस सीट पर राजा भैया का अच्छा खासा दबदबा माना जाता है। ऐसे में अखिलेश यादव की प्रतापगढ़ जनसभा को सफल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ही राजा भैया की पार्टी के कार्यकर्ता भी जुटे हुए हैं। पार्टी का लक्ष्य इस जनसभा में बड़ी संख्या में भीड़ जुटाना है। इसके लिए जनसत्ता दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी दिन-रात एक किए हुए हैं। यह पहली बार नहीं है जब सपा की जनसभा को लेकर भारी संख्या में भीड़ जुटाई जा रही है। आजमगढ़ और प्रयागराज में पिछले दिनों आयोजित सपा कार्यक्रमों में भी भारी भीड़ उमड़ी थी, जिससे कार्यक्रम स्थल पर अव्यवस्था फैल गई थी।
ऐसे पड़ा आग में घी
प्रतापगढ़ में होने वाली इस जनसभा को लेकर जनसत्ता दल के प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष राम अचल वर्मा ने दावा किया है कि हजारों कार्यकर्ता इस जनसभा में शामिल होंगे। उनका कहना है कि राजा भैया का इस क्षेत्र में काफी प्रभाव है और उनका सपा के साथ होने से भाजपा को नुकसान हो सकता है। राजा भैया कुछ दिन पहले कहा था कि उनकी पार्टी किसी को भी समर्थन नहीं कर रही है। वे चाहते हैं कि जनता खुद निर्णय ले कि वोट किसे देना है। लेकिन इसी बीच, केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के बयानों ने राजा भैया के गढ़ कुंडा में रैली कर राजनीतिक समीकरण बिगाड़ दिए थी। उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि "कोई भी राजा लोकतंत्र में रानी के पेट से पैदा नहीं होता।" इसके बाद राजा भैया अखिलेश यादव के करीब आ गए हैं।
जनसभा के बाद पलट सकता है खेल
ऐसे में प्रतापगढ़ लोकसभा सीट को लेकर माना जा रहा है कि अखिलेश की जनसभा काफी अहम साबित हो सकती है। सपा की इस जनसभा पर न सिर्फ यूपी की राजनीति का नजरिया टिका रहेगा, बल्कि समाजवादी आंदोलन की नब्ज भी जांची जाएगी। वहीं सबसे बड़ी बात ये कि राजा भैया की पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सपा के समर्थन में भीड़ जुटाने को लेकर सड़कों पर आ गए हैं। जनसत्ता दल के इस कदम के बाद भाजपा की टेंशन बढ़ती नजर आ रही है। क्योंकि इस क्षेत्र में राजा भैया का काफी दबदबा है और उनके साथ नहीं होने से भाजपा को बड़ा नुकसान होने की संभावना है।
पहले की रैलियाें को देखकर कड़े होंगे इंतजाम
आजमगढ़ और प्रयागराज में कार्यकर्ताओं के उत्पात को देखते हुए इस बार सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी की गई हैं। जिसके चलते राजापाल चौराहे से मेडिकल कॉलेज की रोड पर जनसभा स्थल के आसपास एम्बुलेंस व पुलिस के वाहनों को आने-जाने की व्यवस्था होगी। वहीं सदरमोड़ को जाने वाली रोड पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। जनसभा में आने वाले कार्यकर्ताओं के वाहन चिलबिला, विकासभवन, पूरे केशवराय, सगरा वार्ड के पास रोक लिए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए दस थाने की पुलिस संग, एसओ, सीओ यातायात व्यवस्था देखेंगे। केपी कॉलेज में हेलीपैड के आसपास 100 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
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