महाकुंभ मेला केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस साल महाकुंभ में 40 करोड़ के आने की उम्मीद है...
महाकुंभ की भव्यता का अनोखा प्रदर्शन : धार्मिक चिन्हों वाली थीमेटिक लाइट्स से सजा प्रयागराज, बढ़ी सड़कों की खूबसूरती
Jan 12, 2025 15:06
Jan 12, 2025 15:06
दो हजार थीमेटिक लाइट्स से जगमगाए मार्ग
नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि शहर के 29 मार्गों को 2 हजार से अधिक थीमेटिक लाइटों से सजाया गया है। इन लाइटों का मुख्य उद्देश्य रात के समय सड़क पर पर्याप्त रोशनी प्रदान करना और महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को भव्यता से परिचित कराना है। इन लाइटों में धार्मिक चिन्ह जैसे शंख, भगवान शिव के त्रिनेत्र, कलश, डमरू, मोर पंख और धनुष बाण आदि भी शामिल हैं, जो श्रद्धालुओं को धार्मिक अनुभूति प्रदान करते हैं।
मेला मार्ग तक श्रद्धालुओं को मिलेगी आसान राह
नगर निगम ने पुराने एलईडी लाइट्स को बदलकर नई और आकर्षक लाइट्स लगाई हैं। इन लाइट्स को मुख्य मार्गों से लेकर महाकुंभ क्षेत्र तक के डिवाइडरों पर लगाया गया है, ताकि दूर-दराज से आए श्रद्धालु रात में इन लाइट्स के सहारे आसानी से मेला क्षेत्र तक पहुंच सकें। इसके अलावा, खंभों को स्पाइरल लाइट्स से सजाया गया है और आर्कलिक शीट भी लगाई गई है, जिससे सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके। पार्कों के बाहर बोलाड्स लाइट्स भी लगाई गई हैं, जो शहर की सुंदरता को और बढ़ाती हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक थीम पर लगी लाइट्स
शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों पर थीमेटिक लाइट्स लगाई गई हैं, जो शहर की सुंदरता में चार चांद लगाती हैं। इन मार्गों पर विशेष रूप से शंख, ओम, त्रिशूल, कलश और अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों की थीम वाली लाइट्स लगाई गई हैं। जैसे एमजी मार्ग पर शंख की थीम, जीटी रोड पर ओम और संगम पेट्रोल पंप से फाफामऊ ब्रिज तक शंख, त्रिशूल और कलश की थीम लाइट्स की गई हैं। इन लाइट्स से मार्गों का माहौल पूरी तरह से धार्मिक और सांस्कृतिक नजर आता है।
इन मार्गों पर भी दिखी जगमगाहट
इन आकर्षक लाइट्स का प्रभाव शहर के प्रमुख फ्लाईओवरों और चौराहों पर भी देखने को मिलता है। जैसे पीडी टंडन मार्ग पर धनुष, साधु और मोर पंख की लाइट्स हैं, वहीं स्टेनली रोड पर त्रिशूल की थीम लाइट्स लगी हैं। एयरपोर्ट रोड और अन्य फ्लाईओवरों पर भी विभिन्न प्रतीकों जैसे डमरू, तराजू, और स्टार की थीम लाइट्स स्थापित की गई हैं। इन लाइट्स के कारण शहर की सड़कों और चौराहों की रातों में विशेष रौशनी और रंगत नजर आती है, जिससे यह पूरी तरह से आकर्षक बन जाता है।
बच्चों के लिए बनाए गए ग्लो पार्क
इसके अलावा, नगर निगम ने बच्चों के लिए ग्लो पार्क भी बनाए हैं, जिनमें 18 तरह के स्कल्पचर लगाए गए हैं। ये स्कल्पचर रात में चमकते हैं, जिससे इन पार्कों को "ग्लो पार्क" का नाम दिया गया है। हिरण, यूनिकॉर्न, बतख, शेर, मोर और खरगोश जैसे आकर्षक स्कल्पचर बच्चों को खासा आकर्षित कर रहे हैं। लोग इन पार्कों की सुंदरता देखने के लिए रात में बाहर निकलते हैं और नगर निगम द्वारा बनाए गए सेल्फी पॉइंट पर तस्वीरें खिंचवाते हैं।
कहां-कहां बनाए गए ग्लो पार्क
बता दें कि शहर के सात प्रमुख पार्कों के बाहर ग्लो पार्क बनाए गए हैं, जो अब श्रद्धालुओं और नागरिकों के आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। इनमें भारद्वाज पार्क, नगर निगम पार्क, चंद्रशेखर आज़ाद पार्क, हाथी पार्क, खुसरो बाग, सर्किट हाउस पार्क और तिरंगा पार्क शामिल हैं। इन पार्कों के बाहरी हिस्सों में विशेष रूप से सजावट की गई है, जिससे इनकी खूबसूरती और भी बढ़ गई है।
ये भी पढ़ें- महाकुंभ के दौरान शोभायात्रा में धूमधाम : महाकाल और अघोरी के स्वांग रचाते कलाकार,आकर्षण में है मूंछों का डांस
Also Read
12 Jan 2025 02:08 PM
महाकुंभ के दौरान अखाड़ों के छावनी प्रवेश की शोभायात्रा में काशी और दरभंगा की रंगमंडलियों के कलाकार अपनी अनोखी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह रहे हैं। कोई अघोरी बनकर स्वांग रचा रहा है तो कोई भगवान कृष्ण की भूमिका में रस भर रहा है। और पढ़ें