ज्ञानप्रकाश मिश्रा अपने परिवार के साथ वाराणसी लौट रहे थे। इस दौरान एडीजे के भाई ज्ञानप्रकाश मिश्रा की कार रोककर सरेआम कुल्हाड़ी से हमला किया गया। जिससे...
प्रयागराज न्यूज : एडीजे के भाई की कार पर कुल्हाड़ी से हमला, दो हमलावर गिरफ्तार
![एडीजे के भाई की कार पर कुल्हाड़ी से हमला, दो हमलावर गिरफ्तार](https://image.uttarpradeshtimes.com/whatsapp-image-2024-04-03-at-125113-pm-27307.jpeg)
Apr 03, 2024 12:54
Apr 03, 2024 12:54
- वाराणसी लौट रहे थे एडीजे के भाई ज्ञानप्रकाश मिश्रा
- पुलिस ने दो हमलावरों को किया गिरफ्तार
क्या है पूरा मामला
ज्ञानप्रकाश मिश्रा मूलरूप से वाराणसी के रहने वाले हैं। उनके भाई प्रदेश के ही एक जनपद में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर कार्यरत हैं। ज्ञानप्रकाश सोमवार को तेरहवीं के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए परिवार समेत मम्फोर्डगंज में एक रिश्तेदार के घर आए थे। रात करीब 11 बजे वह घर लौट रहे थे। इसी दौरान झूसी पुल के पास अचानक काले रंग की स्कॉर्पियो पीछे से हूटर बजाते हुए तेजी से आई। इसके बाद वह लगातार झुंसी से लेकर सहसों तक एडीजे के भाई की कार के पीछे लगी रही। सहसों चौराहे पर लगे बैरियर को देखकर ज्ञान प्रकाश ने अपनी गाड़ी रोक दी। उधर, पीछे से स्कॉर्पियो भी आ गई। गाड़ी रुकते ही उसमें से उतरे एक हमलावर ने ज्ञान प्रकाश की गाड़ी पर पीछे की ओर कुल्हाड़ी से हमला किया, गनीमत रही की कुल्हाड़ी गाड़ी में ही फंस गई और वह दूसरा वार नहीं कर पाया। तब तक ज्ञानप्रकाश परिवार लेकर गाड़ी समेत भाग निकले।
पुलिस ने दो हमलावरों को धर दबोचा
कुछ दूर आगे पहुंचकर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी शुरू की। करीब आधे घंटे बाद सरायइनायत क्षेत्र में ही स्कार्पियो सवार हमलावरों को दबोच लिया गया। स्कॉर्पियो में दो लोग थे। स्कॉर्पियो को भी कब्जे में लेकर थाने लाया गया। डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया कि दो हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। मामला रोडरेज का लग रहा है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
नशे में धुत थे हमलावर
काले रंग की स्कॉर्पियो में हमलावर सवार थे। वह मिर्जापुर आरटीओ में पंजीकृत है। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात सामने आई कि स्कॉर्पियो मिर्जापुर शहर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति के नाम पर है। स्कार्पियो सवार दोनों हमलावर नशे में धुत थे। उन्होंने इतनी शराब पी रखी थी कि अपना नाम भी सही से नहीं बता पा रहे थे। हालांकि देर रात तक पुलिस यह पता करने में जुटी थी कि वह प्रयागराज में कहां आए थे और गाड़ी में कुल्हाड़ी लेकर क्यों घूम रहे थे।
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