यह गैलरी तिब्बत, मंगोलिया और जापान जैसे देशों में बौद्ध उपासना पर केंद्रित होगी। इसमें 18वीं और 19वीं शताब्दी के बौद्ध देवी-देवताओं से जुड़े चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे...
इलाहाबाद संग्रहालय में बनेगी देश की पहली बौद्ध उपासना गैलरी : 132 दुर्लभ चित्रों को मिलेगा नया घर, तैयारी शुरू
Nov 01, 2024 14:24
Nov 01, 2024 14:24
- बौद्ध गैलरी से सजेगा इलाहाबाद संग्रहालय
- 132 दुर्लभ बौद्ध चित्रों को मिलेगा नया घर
- तिब्बत-मंगोलिया-जापान की बौद्ध परंपरा झलकेगी
संग्रहालय में दर्शकों की संख्या में इजाफा
जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष स्थापित की गई चंद्रशेखर आजाद पर केंद्रित गैलरी के बाद, संग्रहालय में दर्शकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। संग्रहालय में वर्तमान में 132 बौद्ध उपासना से संबंधित चित्र सुरक्षित हैं, जो दुर्लभ चीनी रेशम पर बनाए गए हैं। इन चित्रों को विशेष प्रदर्शनी के लिए ही प्रदर्शित किया जाता है और ये सभी नई गैलरी में शामिल किए जाएंगे।
कोलकाता की टीम ने किया सर्वे
इस नई गैलरी की स्थापना के लिए कोलकाता साइंस सेंटर के इंजीनियरों ने सर्वे किया है। संग्रहालय प्रशासन ने इस अंतरराष्ट्रीय गैलरी के निर्माण के लिए संपर्क किया था। अक्टूबर के पहले सप्ताह में, तीन सदस्यों की इंजीनियरिंग टीम संग्रहालय पहुंची और गैलरी निर्माण की संभावनाओं का अध्ययन किया।
जल्द तैयार होगा बजट
गैलरी के निर्माण की लागत, आवश्यक उपकरणों और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए, कोलकाता साइंस सेंटर की ओर से बजट तैयार किया जाएगा। यह गैलरी न केवल दर्शकों को बौद्ध कला से परिचित कराने का अवसर देगी, बल्कि प्रयागराज संग्रहालय की प्रमुखता को भी बढ़ाएगी।
संग्रहालय की गवर्निंग बॉडी की बैठक
इलाहाबाद संग्रहालय के पीआरओ, डॉ. राजेश कुमार मिश्र ने कहा है कि नई गैलरी बनाने की योजना पहले से ही तैयार है। सर्वे के बाद, इंजीनियर जल्द ही बजट का प्रस्ताव देंगे, जिसे संग्रहालय की गवर्निंग बॉडी की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद, गैलरी के निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी।
ये भी पढ़ें- अंबेडकरनगर में बिजली विभाग की नई पहल : नलकूप के लिए अब किसानों को नहीं लगाने होंगे चक्कर, एक किट में मिलेगी पूरी सामग्री
Also Read
22 Nov 2024 06:03 PM
प्रयागराज में आगामी महाकुंभ को लेकर जोरदार तैयारियां चल रही हैं। इसके साथ ही प्रयागराज जिले के श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प किया जा रहा है... और पढ़ें