Jun 26, 2024 02:57
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Prayagraj News : संगम नगरी प्रयागराज के सिविल लाइंस में स्थित नाजरेथ अस्पताल में भर्ती एक मरीज की नाक से ईएनटी सर्जन ने जिंदा जोंक निकाला है। डॉक्टर के मुताबिक नाक के अंदर जोंक का मिलना एक अद्भुत और दुर्लभ घटना है। दरअसल, 15 दिनों से मरीज के नाक में जिंदा जोंक छिपी हुई थी और मरीज का खून चूस रही थी। डॉक्टर ने दूरबीन विधि से सर्जरी कर जोंक को निकाल दिया है। इसके बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।
19 वर्षीय एंड्रूज गोम्स की नाक घुसा था जोंक
जानकारी के मुताबिक, 19 वर्षीय सेसिल एंड्रूज गोम्स नाम के मरीज के नाक में कई दिनों से खून बह रहा था और नाक के अंदर अजीब सी हलचल महसूस हो रही थी। वह दो हफ्ते पहले उत्तराखंड के एक वॉटरफॉल के रुके हुए पानी में नहाया था। संभव है कि इसी दौरान उसके नाक के अंदर जोंक चली गई थी। तभी से जोंक उसका खून चूस रही थी। इसके बाद सेसिल ने नाजरेथ अस्पताल के ईएनटी सर्जन डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा से संपर्क किया। डॉक्टर वर्मा की टीम ने दूरबीन से उसका सफल ऑपरेशन किया। डॉक्टर का दावा है कि ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉक्टरों की टीम में एनेस्थेटिक डॉक्टर एस बी सिंह, सिस्टर अन, सिस्टर शीनू के साथ ही डॉक्टर अनिर्विना मौजूद रही।
सर्जन ने ऑपरेट करके निकाला, दिमाग तक नहीं पहुंचा
ईएनटी सर्जन डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा के मुताबिक मरीज की नाक में जोंक काफी गहराई में छिपी हुई थी और उसका खून चूस रही थी। गनीमत यह थी कि जोंक नाक के रास्ते दिमाग या आंख में नहीं पहुंची थी। वरना मरीज को ज्यादा परेशानी हो सकती थी। फिलहाल सर्जरी के बाद जोंक को जीवित निकालकर एक जार में रखा गया है। डॉक्टर ने मरीज को पांच दिन बाद फिर से फॉलो अप के लिए अस्पताल में बुलाया है। डॉ. सुभाष चंद्र वर्मा ने लोगों को रुके हुए पानी, तालाब और पोखरे में ना नहाने की सलाह दी है।