श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए, मेला प्रशासन ने महाकुंभ क्षेत्र में एक विशेष नेत्र कुंभ की स्थापना का निर्णय लिया है। यह नेत्र शिविर, 9 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित किया जाएगा...
महाकुंभ 2025 में नई पहल : श्रद्धालुओं के लिए बनेगा 'नेत्र कुंभ', जांच से लेकर मोतियाबिंद सर्जरी तक की मुफ्त सुविधा
Oct 13, 2024 13:57
Oct 13, 2024 13:57
- महाकुंभ में नेत्र कुंभ का होगा आयोजन
- मुफ्त में मिलेगी जांच और सर्जरी की सुविधा
- नेत्र स्वास्थ्य और नियमित जांच को लेकर किया जाएगा जागरूक
महाकुंभ को सुरक्षित और सुगम बनाने का प्रयास
महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस दृष्टि से, योगी सरकार और मेला प्रशासन महाकुंभ को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही है। नेत्र कुंभ की स्थापना इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इसके लिए 9.15 करोड़ रुपये से अधिक का बजट प्रस्तावित किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं की नेत्र देखभाल सुनिश्चित की जा सके।
मोतियाबिंद की सर्जरी की सुविधा
यह नेत्र कुंभ श्रद्धालुओं के लिए प्राथमिक नेत्र देखभाल केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जहां नियमित नेत्र जांच और आवश्यक उपचार की सुविधा होगी। यहां विशेषज्ञों द्वारा दृष्टि दोष की पहचान कर चश्मे वितरित किए जाएंगे और जिन श्रद्धालुओं को मोतियाबिंद सर्जरी की आवश्यकता होगी, उनके लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। इस पहल से हजारों श्रद्धालुओं को लाभ मिलने की संभावना है और इसके माध्यम से नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी प्रयास किया जाएगा।
आधुनिक उपकरणों का होगा इस्तेमाल
नेत्र कुंभ श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सुलभ होगा और इसे कुंभ मेला परिसर के भीतर एक रणनीतिक स्थान पर स्थापित किया जाएगा। यह शिविर तीर्थयात्रियों और संतों के लिए व्यापक आंखों की जांच की सुविधाएं प्रदान करेगा। यहां आवश्यक आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए, लोगों की आंखों की स्थिति का परीक्षण किया जाएगा और जिन व्यक्तियों को दृष्टि दोष होगा, उन्हें चश्मे वितरित किए जाएंगे। गंभीर मामलों में, आवश्यक उपचार के लिए भागीदार अस्पतालों में मोतियाबिंद सर्जरी की व्यवस्था की जाएगी।
नेत्र कुंभ का उद्देश्य
इस पहल का एक प्रमुख उद्देश्य लोगों को नेत्र स्वास्थ्य और नियमित जांच के महत्व के बारे में जागरूक करना और शिक्षित करना है। नेत्र स्वास्थ्य के डेटा को कार्यक्रम के दौरान डिजिटली संग्रहीत किया जाएगा, जिससे रोगियों की स्थिति पर नजर रखना संभव होगा। इसके माध्यम से, आवश्यकता पड़ने पर उचित देखभाल और फॉलोअप की व्यवस्था की जा सकेगी, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं मिल सकें। स सुविधा का लाभ उठाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा और नेत्र विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम यहां नियुक्त की जाएगी। आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की पर्याप्त मात्रा भी उपलब्ध रहेगी, जिससे श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र देखभाल मिल सकेगी।
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