महाकुंभ 2025 की भव्यता और दिव्यता को नए आयाम देने के लिए प्रयागराज में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ इलाहाबाद संग्रहालय भी विशेष तैयारियों में जुटा है...
महाकुंभ में श्रद्धालुओं को होंगे अमृत कलश के दर्शन: विदेशी पर्यटकों के लिए बनेगा आकर्षण केंद्र
Nov 03, 2024 19:03
Nov 03, 2024 19:03
अमृत कलश की होगी स्थापना
इलाहाबाद संग्रहालय महाकुंभ के दौरान विशेष ‘अमृत कलश’ की स्थापना करेगा जो अमृत टपकने के दृश्य का सजीव चित्रण करेगा। यह आकर्षण न केवल देशी बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस अमृत कलश का रूपांकन कुंभ के पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व को और गहरा करेगा। इससे श्रद्धालुओं को कुंभ से जुड़ी विशेष आध्यात्मिक अनुभूति होगी।
अमृत कलश और सेल्फी प्वाइंट
इलाहाबाद संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्रा के अनुसार, अमृत कलश की इस विशेष प्रतिकृति को प्रदर्शित करने का उद्देश्य महाकुंभ की दिव्यता को और बढ़ाना है। संग्रहालय ने इसके लिए मेला प्रशासन से लगभग 12 हजार वर्ग फुट जमीन की मांग की है, ताकि अमृत कलश को भव्यता के साथ स्थापित किया जा सके। इस अमृत कलश के पास श्रद्धालु ना केवल दर्शन करेंगे बल्कि इसे सेल्फी प्वाइंट के रूप में भी विकसित किया जाएगा, ताकि महाकुंभ के स्मरणीय पलों को श्रद्धालु संजो सकें।
स्वतंत्रता संग्राम का डिजिटल प्रदर्शन
इस बार महाकुंभ में एक और विशेष पहल के रूप में इलाहाबाद संग्रहालय ने स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को दर्शाने वाली वीथिका भी स्थापित की है। यह दुनिया की पहली ऐसी वीथिका होगी, जहां 1857 से 1947 तक की क्रांति में शामिल प्रमुख क्रांतिकारियों का डिजिटल और आलेखों के माध्यम से जीवंत चित्रण किया जाएगा। संग्रहालय के अनुसार इस वीथिका में मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और अन्य प्रमुख क्रांतिकारियों की गाथा को बड़े ही रोचक और जीवंत तरीके से प्रदर्शित किया जाएगा। इस डिजिटल वीथिका में आने वाले लोग 90 वर्षों तक चली क्रांति के दौरान देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों की संघर्ष गाथा को देख पाएंगे।
महाकुंभ को भव्य में जुटा प्रशासन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 को ऐतिहासिक रूप से सबसे भव्य बनाने के लिए चौबीस घंटे कार्यरत है। हर विभाग अपने अपने स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इस कुंभ में न केवल आध्यात्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी आकर्षण का केंद्र बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
Also Read
5 Nov 2024 05:01 PM
रेलवे में नौकरी का मौका : आरआरसी प्रयागराज द्वारा ग्रुप-डी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू, 10वीं पास के लिए अवसर और पढ़ें