प्रयागराज न्यूज : महाकुंभ मेले में 144 वर्षों के बाद बने शुभ संयोग का लाभ उठाने के लिए लाखों श्रद्धालु, साधु-संत, और नागा संन्यासी संगम में पवित्र डुबकी लगाने पहुंचे। इस विशाल जनसमूह की सुरक्षा...
महाकुंभ में एनडीआरएफ की सक्रियता : महिला श्रद्धालु की जान बचाई, सर्दी से बिगड़ी तबियत
Jan 16, 2025 20:24
Jan 16, 2025 20:24
वी. तेजस्विनी की जान बचाने में एनडीआरएफ की भूमिका
बृहस्पतिवार को संगम नोज घाट पर एक 23 वर्षीय महिला श्रद्धालु, वी तेजस्विनी जो हैदराबाद जिले की निवासी हैं पवित्र स्नान के बाद हाइपोथर्मिया (शरीर के तापमान में असामान्य गिरावट) का शिकार हो गईं। महिला की स्थिति बिगड़ते देख घटनास्थल पर तैनात एनडीआरएफ टीम ने तुरंत सक्रियता दिखाई। टीम ने प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की और नर्सिंग सहायक ने महिला को गर्म शॉल से ढककर ठंड से राहत दी और उनकी स्थिति को स्थिर किया। इसके बाद एनडीआरएफ की मदद से महिला को इन्फ्लेटेबल रेस्क्यू बोट (IRB) के जरिए वाटर एंबुलेंस तक सुरक्षित पहुंचाया गया। अब तेजस्विनी खतरे से बाहर हैं।
एनडीआरएफ की तैनाती और कार्य क्षमता
महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैनात किया गया है। ये टीमें स्नान घाटों और संगम के जलक्षेत्र में लगातार नजर बनाए रखती हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहती हैं। एनडीआरएफ की टीमों के पास नाव, वाटर एंबुलेंस, प्राथमिक चिकित्सा उपकरण और हाइपोथर्मिया जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी होते हैं।
प्रभावी कार्रवाई से बची जान
महाकुंभ के दौरान एनडीआरएफ ने अपनी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से वी. तेजस्विनी की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे श्रद्धालुओं के बीच पुलिस और एनडीआरएफ की विश्वसनीयता भी बढ़ी है। एनडीआरएफ अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा रही है, ताकि श्रद्धालु अपने धार्मिक कर्तव्यों को सुरक्षित रूप से निभा सकें और महाकुंभ के इस विशाल आयोजन में किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
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