महाकुंभ 2025 : मेला के लिए तैयार हो रही संगम नगरी, शहर की सड़कें बताएंगी इतिहास और आध्यात्मिक महानता

मेला के लिए तैयार हो रही संगम नगरी, शहर की सड़कें बताएंगी इतिहास और आध्यात्मिक महानता
UPT | महाकुंभ

Jun 22, 2024 14:54

यह पहल सड़कों को 'स्मार्ट और सुंदर' बनाने के लिए की गई है, जिसे धर्म, आध्यात्मिकता और पौराणिक कथाओं के साथ जोड़ा गया है। महाकुंभ मेला के इस महान धार्मिक उत्सव के अंतर्गत, ये सड़कें शहर के पर्यटन क्षेत्र...

Jun 22, 2024 14:54

Short Highlights
  • सड़कों को 'स्मार्ट और सुंदर' बनाने के लिए पहल की गई है
  • इसका उद्देश्य लोगों में इतिहास और संस्कृति के प्रति रुचि और धार्मिक जुड़ाव बढ़ाना है
  • प्रकाश व्यवस्था, पौधे और थीम्ड डिजाइन की स्थापना से हर सड़क को अलग पहचान मिलेगी
Prayagraj News : महाकुंभ-2025 के लिए प्रयागराज ने पर्यटन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है, जिसमें शहर की सड़कों को एक नई रूप देने का काम किया जा रहा है।  यह पहल सड़कों को 'स्मार्ट और सुंदर' बनाने के लिए की गई है, जिसे धर्म, आध्यात्मिकता और पौराणिक कथाओं के साथ जोड़ा गया है। महाकुंभ मेला के इस महान धार्मिक उत्सव के अंतर्गत, ये सड़कें शहर के पर्यटन क्षेत्र की बढ़ती हुई क्षमता को दर्शाएंगी और एक अनूठी संस्कृति और धार्मिकता की अनुभूति प्रदान करेंगी।

इतिहास और संस्कृति के प्रति लोगों की बढ़ेगी रुचि 
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर शुरू की गई इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि यह सड़कें विशेष रूप से विकसित की गई हैं ताकि उनमें इतिहास, आध्यात्मिकता और पौराणिक कथाओं सहित विभिन्न थीम्स को प्रदर्शित किया जा सके। इन सड़कों का उद्देश्य न केवल पर्यटन क्षेत्र को विकसित करना है, बल्कि इससे लोगों में इतिहास और संस्कृति के प्रति रुचि और उनका धार्मिक जुड़ाव भी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

यही नहीं इन 'स्मार्ट और खूबसूरत' सड़कों में कुछ ऐसी थीम्स भी हैं जो महाकुंभ मेला के विशाल धार्मिक मेले के माहौल को प्रकट करेंगी। कुछ सड़कों पर महाकुंभ के विविध दृश्य दिखाए जाएंगे, जबकि दूसरी सड़कें हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार ब्रह्मांडीय महासागर (सागर मंथन) का मंथन और पृथ्वी पर गंगा के अवतरण को दर्शाती हैं। इन सड़कों का विशेष डिजाइन और सुसज्जित करण उन्हें वास्तविक जगहों से जुड़ा हुआ महसूस कराएगा, जो महाकुंभ के महान धार्मिक उत्सव का हिस्सा हैं।

प्रत्येक सड़क के लिए होगी विशेष थीम
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने जिले भर में इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। अधिकारी ने बताया कि ये 40 सड़कें न केवल व्यापकता और सुरक्षा के साथ विकसित की जा रही हैं, बल्कि इनमें प्रत्येक सड़क के लिए एक विशेष थीम चयनित हो रही है, जिसमें पौधे, लाइटिंग और चित्रण जैसी विशेषताएं शामिल हैं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य लोगों में इतिहास, संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति जागरूकता और जुड़ाव की भावना उत्पन्न करना है। उदाहरण के लिए, जिस सड़क पर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों का विरोध करते हुए स्वतंत्रता सेनानी शहीद लाल पद्मधर की मृत्यु हुई थी, उस सड़क पर इतिहास के सभी पहलू अंतर्निहित होंगे, ताकि राहगीरों को उनके बलिदान के बारे में पता चल सके।

लगाए जाएंगे विशेष पौधे
इसी तरह, अखाड़ों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पेशवाई मार्गों को भी महाकुंभ मेले के दृश्यों से सुसज्जित किया जाएगा। ऐसे में प्रकाश व्यवस्था, पौधे और थीम्ड डिजाइन की स्थापना से हर सड़क को अलग पहचान मिलेगी। इतना ही नहीं इस परियोजना में प्रत्येक सड़क के लिए विशेष तरह के पौधे का उपयोग किया जाएगा, जैसे कि अगर एक सड़क पर ताड़ के पेड़ चुने जाते हैं, तो पूरी एक सड़क पर ताड़ के पेड़ एकसाथ लगाए जाएंगे । ये मार्ग को विशेषता और अलगाववादी रूप देने में मदद करेगा।

ये सड़कें शामिल
जानकारी के अनुसार, इस प्रक्रिया में कुछ प्रमुख सड़कें शामिल हैं, जैसे कि बालसन चौराहे से फाफामऊ पुल, एमएनएनआईटी चौराहे से महाराणा प्रताप क्रॉसिंग (स्टेनली रोड), बक्सी बांध से दारागंज में गंगा मूर्ति चौराहा (नागवासुकी), महाराणा प्रताप चौराहे से हनुमान मंदिर (कस्तूरबा गांधी मार्ग), सूबेदारगंज से बमरौली (प्रीतम नगर चौराहा) और खुसरोबाग से कर्बला चौराहा, नवाब यूसुफ मार्ग, पीडी टंडन पार्क, डीआरएम कार्यालय से सीएवी इंटर कॉलेज, डीआरएम कार्यालय से निरंजन रेलवे ओवरब्रिज होते हुए स्टेशन रोड, लीडर रोड और ओल्ड जीटी रोड (बांगड़ धर्मशाला से जॉनसनगंज क्रॉसिंग)।

गौरतलब है कि महाकुंभ-2025 की तैयारी को लेकर प्रयागराज की यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जो शहर के पर्यटन क्षेत्र को उन्नति देने के साथ-साथ धर्म और संस्कृति को भी महान उत्सव महाकुंभ के माध्यम से प्रकट करने का प्रयास कर रही है। इस पहल के माध्यम से प्रयागराज शहर की सड़कों में नई जिंदगी आएगी, जो महाकुंभ के अद्वितीय और महत्वपूर्ण विश्वास को प्रकट करेंगी।

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