महाकुंभनगर में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के सफल आयोजन के बाद प्रशासन मौनी अमावस्या के महापर्व के लिए तैयारियों में जुट गया है। अनुमानित छह करोड़ श्रद्धालुओं की भीड़ को सुगमता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए सुरक्षा घेरे को नौ स्तर तक बढ़ाया गया है।
Prayagraj News : महाकुंभनगर में पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के सफल आयोजन के बाद अब प्रशासन मौनी अमावस्या के महापर्व को लेकर सतर्क हो गया है और अपनी तैयारियों में जुट गया। इस वर्ष महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के अवसर पर मेला प्रशासन ने पहले से लागू सात स्तरीय सुरक्षा घेरे को बढ़ाकर नौ स्तर तक ले जाने की योजना बनाई है।
भीड़ और सुरक्षा बनी प्रशासन के लिए चुनौती
मौनी अमावस्या के अवसर पर लगभग छह करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित अनुभव प्रदान करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। कुंभ मेले के एसएसपी राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के हर पहलू को ध्यान में रखकर नई व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं, जिसमें केवल पास वाले वाहनों को इंट्री दी जाएगी इसके अलावा मेले में एम्बुलेंस के अलावा किसी भी पुल पर कोई वाहन जाने की अनुमति नहीं होगी।
सुरक्षा व्यवस्था के नौ स्तर
शहर की सीमाओं से लेकर संगम तक श्रद्धालुओं के मार्ग में नौ स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया जाएगा। हर स्तर पर पुलिस, सुरक्षा बल और आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। सुरक्षा के ये दो अतिरिक्त घेरे मेला क्षेत्र के भीतर होंगे, जहां मेटल डिटेक्टर, बैरिकेडिंग, और सीसीटीवी जैसी सुविधाओं को तैनात किया जाएगा।
25 जनवरी से लागू होंगे नए इंतजाम
प्रशासन के अनुसार, सुरक्षा की नई योजना 25 जनवरी से ही लागू की जाएगी। 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। प्रवेश बिंदुओं और स्नान घाटों पर बम निरोधक दस्तों और निगरानी दलों को तैनात किया जाएगा।
सुरक्षा और सुविधाओं पर जोर
एसएसपी द्विवेदी ने कहा कि मौनी अमावस्या के दौरान भीड़ प्रबंधन को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। हर बिंदु पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के स्नान और पूजा कर सकें। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
अन्य सुविधाओं की तैयारी
मेला क्षेत्र में पार्किंग, ट्रैफिक व्यवस्था, और हेल्प डेस्क की स्थापना की जा रही है। डिजिटल साइन बोर्ड और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम की मदद से श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन दिया जाएगा। स्नान घाटों पर अतिरिक्त सेवाएं सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि किसी भी अव्यवस्था से बचा जा सके।
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