बोर्ड परीक्षा 2025 में बड़ा बदलाव : नकल माफियाओं पर कसेगी लगाम, उत्तर पुस्तिकाओं में होगा बार कोड का इस्तेमाल

नकल माफियाओं पर कसेगी लगाम, उत्तर पुस्तिकाओं में होगा बार कोड का इस्तेमाल
UPT | Symbolic Photo

Sep 30, 2024 17:36

UP Board की परीक्षा में इस बार बार कोड का इस्तेमाल किया जाएगा। जिससे नकल माफियों पर लगाम लगाई जा सके। इस बार बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों की संख्या एक लाख 44 हजार 379 होगी।

Sep 30, 2024 17:36

Allahabad News : माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं के लिए नकल माफियाओं पर सख्त नियंत्रण लगाने और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। पिछले कुछ वर्षों में नकल और अन्य अनियमितताओं के बढ़ते मामलों को देखते हुए परिषद ने परीक्षा प्रणाली में कई सुरक्षा उपाय लागू करने का निर्णय लिया है। इन उपायों का मुख्य उद्देश्य परीक्षार्थियों के मेहनत और ईमानदारी से प्राप्त किए गए परिणामों की शुद्धता बनाए रखना है।

बारकोड वाली उत्तर पुस्तिकाएं
इस बार परीक्षार्थियों को दी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं में बदलाव किया गया है। उत्तर पुस्तिकाओं में पहली बार बारकोड का इस्तेमाल किया जाएगा, जो एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम है। यह बारकोड उत्तर पुस्तिकाओं की रेंडम चेकिंग के लिए उपयोग किया जाएगा और इससे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ का तुरंत पता चल सकेगा। बारकोड प्रणाली परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी, जिससे नकल माफियाओं द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी करने की संभावना कम हो जाएगी।
बारकोड के अलावा, इस बार परीक्षार्थियों को रंगीन उत्तर पुस्तिकाएं प्रदान की जाएंगी, जिनका कवर पेज भी नए डिजाइन के साथ होगा। कवर पेज पर छपे विवरण का रंग भी बदला जाएगा ताकि पुरानी उत्तर पुस्तिकाओं का पुनः प्रयोग रोकने में मदद मिल सके। पिछले वर्षों में नकल माफियाओं द्वारा पुरानी उत्तर पुस्तिकाओं का गलत उपयोग कर धोखाधड़ी की जाती थी। इन नए बदलावों के बाद ऐसी किसी भी गतिविधि को अंजाम देना मुश्किल होगा।

परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता 
इस बार बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों की संख्या एक लाख 44 हजार 379 होगी। परिषद ने पिछले वर्षों की तुलना में इस बार परीक्षार्थियों की संख्या से छह गुना अधिक उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना को कम किया जा सके। परीक्षा के दौरान उत्तर पुस्तिकाओं का दुरुपयोग रोकने के लिए सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के उद्देश्य से इन नए बदलावों का क्रियान्वयन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार के अनुसार, बारकोड और रंगीन उत्तर पुस्तिकाओं के इस्तेमाल से परीक्षा प्रणाली में अधिक पारदर्शिता आएगी और नकल माफियाओं द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी पर भी पूर्ण नियंत्रण लगेगा।

नकल माफियाओं पर सख्ती
पिछले कुछ वर्षों में नकल माफिया द्वारा साल्वर बैठाकर उत्तर पुस्तिकाओं को बाहर से लिखवाकर जमा कराने जैसी अनियमितताएँ देखने को मिली थीं। इस प्रकार की धोखाधड़ी से निपटने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार कड़े कदम उठाए हैं। नई बारकोड प्रणाली और रंगीन उत्तर पुस्तिकाओं का प्रयोग कर परीक्षा केंद्रों में नकल पर सख्त रोक लगाई जाएगी।

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