उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि महाकुंभ पृथ्वी पर सबसे बड़ा समागम होता है। उन्होंने कहा कि 2025 के महाकुंभ में हमारी तैयारी 40 से 50 करोड़ लोगों को स्वागत करने और उन्हें वापस भेजने की है।
महाकुंभ को लेकर तैयारियां तेज : AI वाले सीसीटीवी कैमरों का होगा इस्तेमाल, डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया प्लान
Nov 12, 2024 20:15
Nov 12, 2024 20:15
पुलिस कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
महाकुंभ में तैनात होने वाले पुलिस कर्मियों को श्रद्धालुओं और पर्यटकों के साथ अच्छा व्यवहार बनाए रखने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महाकुंभ में आने वाले वाहनों के पार्किंग स्थान भी चिन्हित कर लिए गए हैं। डीजीपी के मुताबिक, महाकुंभ के लिए 180 करोड़ रुपये का बजट शासन ने फायर सेफ्टी, संचार व्यवस्था और आपदा से निपटने के लिए आवंटित किया है। इसके लिए उपकरण खरीदे जा रहे हैं और एटीएस की टीम भी हमेशा मौजूद रहेगी। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेले की सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया है, जिसमें सभी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध होंगी। डीजीपी ने यह भी बताया कि एक ऐसा सॉफ़्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके जरिए श्रद्धालु अपनी पसंदीदा भाषा में संदेश प्रसारित कर सकते हैं।
दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
डीजीपी ने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनकी निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को चिन्हित किया गया है, जो स्वेच्छा से महाकुंभ के दौरान सही जानकारी प्रसारित करेंगे, ताकि हम बहुत कम समय में 10 लाख से ज्यादा लोगों तक सही जानकारी पहुंचा सकें। साइबर अपराधों से निपटने के लिए राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर की एजेंसियां मिलकर काम करेंगी और महाकुंभ को पूरी तरह से सुरक्षित बनाया जाएगा।
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