महाकुंभ 2025 : प्रयागराज में दिखेगा दुनिया का सबसे बड़ा त्रिशूल और डमरू, श्रद्धालुओं को मिलेगा खास अनुभव

प्रयागराज में दिखेगा दुनिया का सबसे बड़ा त्रिशूल और डमरू, श्रद्धालुओं को मिलेगा खास अनुभव
UPT | दुनिया का सबसे बड़ा त्रिशूल और डमरू

Dec 30, 2024 13:27

यह त्रिशूल न केवल अपनी ऊंचाई के कारण आकर्षक है, बल्कि इसे अत्याधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक तरीके से तैयार किया गया है। जिससे यह प्राकृतिक आपदाओं से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।

Dec 30, 2024 13:27

Prayagraj News : संगम नगरी प्रयागराज के महाकुंभ में इस बार श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आकर्षण प्रस्तुत किया जा रहा है। जहां एक ओर विशालकाय डमरू तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु दुनिया के सबसे बड़े त्रिशूल का भी दर्शन कर सकेंगे और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे। यह त्रिशूल 151 फीट ऊंचा है और इसे वैज्ञानिक तरीके से इस तरह से तैयार किया गया है कि किसी भी प्राकृतिक आपदा जैसे तेज भूकंप के दौरान भी यह अपनी जगह से हिलने या नुकसान से बचा रहेगा।

हाईटेक तरीके से तैयार त्रिशूल
यह त्रिशूल न केवल अपनी ऊंचाई के कारण आकर्षक है, बल्कि इसे अत्याधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक तरीके से तैयार किया गया है। जिससे यह प्राकृतिक आपदाओं से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। त्रिशूल के नीचे 80 फीट गहरी पाइलिंग की गई है, ताकि इसे किसी भी प्रकार के भूकंप या अन्य आपदा से कोई नुकसान न पहुंचे।


31 टन वजन और पूजा-अर्चना
इस त्रिशूल का कुल वजन 31 टन से ज्यादा है और इसे स्टील समेत विभिन्न धातुओं से तैयार किया गया है। प्रतिदिन सुबह इस त्रिशूल की पूजा-अर्चना की जाती है और श्रद्धालु इस पर फूल चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। त्रिशूल के तीन कांटों के ठीक ऊपर एक डमरू भी लगाया गया है। जो इसके धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ाता है।

दिव्य दर्शन और आशीर्वाद
जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि और प्रवक्ता नारायण गिरि के अनुसार, उनके अखाड़े ने महाकुंभ के दौरान विभिन्न शहरों में इसी प्रकार के बड़े त्रिशूल स्थापित किए हैं, लेकिन प्रयागराज में स्थित यह त्रिशूल सबसे बड़ा और विश्व प्रसिद्ध है। महंत नारायण गिरि के अनुसार महाकुंभ में इस त्रिशूल का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ का विशेष आशीर्वाद मिलेगा और उनकी कृपा उन पर सदैव बनी रहेगी।

कहाँ स्थित है त्रिशूल
यह त्रिशूल प्रयागराज के कीडगंज इलाके में स्थित जूना अखाड़े के मौज़गिरी आश्रम में यमुना नदी के किनारे पर है। इस त्रिशूल को विशेष रूप से कुंभ के दौरान स्थापित किया गया था और इसका उद्घाटन 13 फरवरी 2019 को तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को इसे देखना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह उनके आस्था और विश्वास को भी मजबूती देगा। इस त्रिशूल के दर्शन करने से श्रद्धालुओं का महाकुंभ का अनुभव और भी दिव्य और अद्वितीय बन जाएगा और उन्हें भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

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