लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद पहली बार मुजफ्फरनगर में बुधवार को भाजपा-रालोद समर्थित रैली की गई। जिसमें रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सपा पर निशाना साधते हुए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान शायरी पढ़ते हुए...
अखिलेश पर जयंत का तंज : मुजफ्फरनगर में बोले - 'मैं पलटा नहीं हूं, इसको पटकनी देना कहते हैं'
Apr 03, 2024 16:30
Apr 03, 2024 16:30
- शाह ने भी गठबंधन पर साधा निशाना, जमकर किया हमला
- राम मंदिर पर बोले 'घमंडिया गठबंधन नहीं चाहते थे राम मंदिर बने'
जयंत ने अखिलेश पर कसा तंज
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने इस रैली के दोरान अपने संबोधन में दुष्यंत कुमार की शायरी पढ़ते हुए कहा 'पांव ने बहुत कष्ट उठाए, पर पांव किसी तरह राह पर तो आए। इसके साथ ही अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 'मैं पलटा नहीं हूं, इसको पटकनी देना कहते हैं। मल्ल विद्या वो थोड़ी बहुत जानते हैं, थोड़ी बहुत मैं भी जानता हूं।' कहा कि 'आज किसानों की धरती शाहपुरा में यह कार्यक्रम है। पहले चरण में यहां चुनाव है। कहीं कोई कसर मत छोड़ना। जो पहले थोड़ी कसर थी, वो अब भाजपा-रालोद के साथ आने पर खत्म हो गई है। मैंने कम समय में बहुत नेताओं को बहुत करीब से देखा। उनको देखने का मौका मिला। एक मौका मिल गया और दूध का दूध, पानी का पानी हो गया। जो कल परसों तक हमारे साथ थे और किसान की बात करते थे। लेकिन जब चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया गया तो कोई खुशी नहीं है। वो लोग अपनी खुशी जाहिर तक नहीं कर पाए। वो लोग अंदर ही अंदर विरोध कर रहे हैं।'
भाजपा को लेकर कही ये बात
जयंत चौधरी ने आगे कहा कि 'यूपी के सीएम जो रहे हैं, मैंने अभी तक उनके लिए कुछ बोला नहीं है और मैं बोलूंगा भी नहीं। वो चाहें तो गाली दे लें। मैं पलटा नहीं हूं, इसको पटकनी देना कहते हैं। मल्ल विद्या वो थोड़ी बहुत जानते हैं, थोड़ी बहुत मैं भी जानता हूं। वह सरकार जो चौधरी चरण सिंह को सम्मान दे सकती है, इससे पहले भी सरकारें थी, लेकिन उनके (चौधरी चरण सिंह) लिए इतना बड़ा फैसला अब तक कोई सरकार नहीं ले पाई। यह साफ-साफ दिखाता है कि भारत सरकार की प्राथमिकता किसान के लिए है और हमारी जवाबदेही भी आपके लिए है। मैं लोक दल के कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि आपको और बड़ा दिल दिखाना होगा?'
अमित शाह ने भी जमकर साधा निशाना
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'घमंडिया गठबंधन का मकसद परिवार के लोगों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाना है। जबकि मोदी का मकसद देश के किसान, गरीब, मजदूर, दलित और आदिवासी को मजबूत बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करना है। इस चुनाव में जो घमंडिया गठबंधन इकट्ठा हुआ है, उसमें 12 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले, भ्रष्टाचार करने वाले लोग एकत्र हुए हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि पीएम मोदी चौधरी चरण सिंह के गौरव समारोह में आए, उसी दिन घमंडिया गठबंधन ने भ्रष्टाचारी रैली आयोजित की और उस रैली में भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने की बात की।'
राम मंदिर पर बोले 'घमंडिया गठबंधन नहीं चाहते थे राम मंदिर बने'
अमित शाह ने कहा कि '2014 में जब मैं यहां आया था, उस समय कैराना, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर से पलायन चालू हो गया था। आपने 2017 में भाजपा की सरकार बनाई और योगी सरकार ने यहां पर गुंडों का आतंक बंद करके पलायन रोका है और लोगों को सुरक्षित किया है। घमंडिया गठबंधन, जिसमें अखिलेश यादव की पार्टी और कांग्रेस पार्टी है, ये कभी नहीं चाहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बने। कांग्रेस ने 70 साल तक राम जन्मभूमि के मुद्दे को अटका कर, लटकाकर और भटका कर रखा। मोदी ने केस भी जीता, भूमि-पूजना भी किया और 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी।'
रैली स्थल के मंच पर मौजूद रहे ये नेता
मुजफ्फरनगर के शाहपुर में आयोजित की गई रैली में पूर्व मंत्री अनुराधा चौधरी, विधायक मदन भैया, पूर्व विधायक उमेश मलिक, विक्रम सैनी, पूर्व सांसद राजपाल सैनी, एमएलसी वंदना वर्मा, पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप, भाजपा जिला अध्यक्ष सुधीर सैनी, पूर्व विधायक मिथिलेश पाल, रालोद जिला अध्यक्ष संदीप मलिक मौजूद रहे।
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