पुलिस के आदेश पर सियासी जंग : औवेसी का ट्वीट, अखिलेश ने भी खोला मोर्चा, ढाबों और होटलों पर नाम लिखने पर विवाद

औवेसी का ट्वीट, अखिलेश ने भी खोला मोर्चा, ढाबों और होटलों पर नाम लिखने पर विवाद
UPT | एआईएमआईए के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और फिल्म गीतकार जावेद अख्तर ने ट्वीट किया

Jul 18, 2024 15:23

ताकि कोई कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले। इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था। और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम जृुडेनबोयकोट था'।

Jul 18, 2024 15:23

Short Highlights
  • कांवड़ यात्रा के दौरान हाईवे पर होटल, ढ़ाबों पर नाम लिखने के आदेश 
  • सपा अध्यक्ष अखिलेश और गीतकार जावेद अख्तर ने किया ट्वीट
  • अखिलेश बोले ऐसे मामले को कोर्ट को स्वयं संज्ञान ले 
Kanwad Yatra 2024 : कांवड़ यात्रा के दौरान ढ़ाबों और होटलों पर प्रोपराइटर या संचालक के नाम लिखे जाने के आदेश के बाद इस पर सियासी जंग छिड़ गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान एसएसपी ने हाईवे पर होटल, ढ़ाबों या ठेले पर सामान खरीदने को लेकर बयान दिया था। एआईएमआईए के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और फिल्म गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस पर ट्वीट किया है। 

कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले
एआईएमआईएम  के अध्यक्ष असदुदीन औवेसी ने इस मामले में ट्वीट किया है। जिसमें लिखा, 'उत्तर प्रदेश पुलिस के आदेश के अनुसार अब हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम बोर्ड पर लगाना होगा, ताकि कोई कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले। इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था। और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम जृुडेनबोयकोट था'।
बता दें एसएसपी अभिषेक सिंह ने कांवड़ यात्रा की तैयारी के मद्देनजर बयान दिया था कि हाईवे के होटलों, ढ़ाबों व ठेलों पर संचालकों के नाम लिखे जाए। इसी बयान पर असदुदीन औवेसी ने ट्वीट किया। कांवड़ मार्ग पर फल बेचने वाले कुछ ठेला संचालकों ने अपने ठेलों पर नाम वाले पोस्टर चस्पा किए थे।

अखिलेश यादव ने बताया सामाजिक अपराध 
वहीं इस मसले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा जारी किए गए आदेश को सामाजिक अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट को ऐसे मामलों का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और जांच करवाकर दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा को लेकर जारी किए गए फरमान में कहा है कि सभी दुकानदार दुकान के बाहर अपना नाम जरूर लिखें। अखिलेश यादव ने कहा कि इस तरह के आदेश सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं।

जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है
उन्होंने सोशल साइट एक्स पर कहा कि… और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा? माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जांच कराए, उचित दंडात्मक कार्रवाई करें। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं।

नाजी जर्मनी में विशेष दुकानों को निशान बनाते थे
इस मामले को लेकर फिल्म लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने बयान दिया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुजफ्फरनगर की यूपी पुलिस ने निर्देश दिया है कि निकट भविष्य में एक विशेष धार्मिक कार्यक्रम के मार्ग पर सभी दुकानों, रेस्टाॅरेंट्स और यहां तक कि वाहनों पर मालिक का नाम प्रमुखता से और स्पष्ट रूप से लिखा जाना चाहिए। क्यों? नाजी जर्मनी में वे केवल विशेष दुकानों और घरों पर ही निशान बनाते थे।

Also Read

534 मुकदमे दर्ज हुए थे, सिर्फ दो में आया फैसला... जो गांव छोड़कर गए, वापस नहीं लौटे

7 Sep 2024 02:00 PM

मुजफ्फरनगर 11 साल बाद भी नहीं भर पाया मुजफ्फरनगर दंगे का जख्म : 534 मुकदमे दर्ज हुए थे, सिर्फ दो में आया फैसला... जो गांव छोड़कर गए, वापस नहीं लौटे

7 सितंबर 2013 को नंगला मंदौड़ में पंचायत के बाद मुजफ्फरनगर में भड़के सांप्रदायिक दंगे को आज 11 साल पूरे हो गए हैं। इस हिंसा में 60 से अधिक हत्याएं, दुष्कर्म और आगजनी की घटनाएं हुई थीं। और पढ़ें