सरदार वीएम सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि समस्याओं के लिए किसानों को एकजुट होना होगा। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने कहा कि एमएसपी पर फसल खरीद होने से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
सहारनपुर किसान पंचायत : सरदार वीएम सिंह बोले-गन्ना समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल हो, एमएसपी पर फसल खरीदे सरकार
Oct 26, 2024 22:06
Oct 26, 2024 22:06
- सहारनपुर के नन्दी गांव में किसानों की पंचायत
- समस्याओं के लिए किसानों को होना होगा एकजुट
- चुनाव लड़ने के लिए किसानों को बनानी होगी अपनी पार्टी
फसलों का अच्छा भाव मिलेगा तो मजदूरी बढ़ेगी
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि गन्ना का समर्थन मूल्य इस बार कम से कम 500 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया जाना चाहिए। सहारनपुर के गांव नन्दी में आयोजित किसान पंचायत में किसान नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा कि किसानों को फसलों का अच्छा भाव मिलेगा तो मजदूरी बढ़ेगी। इस रुपये से बाजार में खरीदारी होगी। जिससे देश की अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी के लिए किसानों को एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़नी होगी।
27 साल से बकाया गन्ना मूल्य पर ब्याज के लिए संघर्ष
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि 27 वर्षों के बकाया गन्ना मूल्य पर ब्याज के लिए संघर्ष चल रहा है। जो करीब 15 हजार करोड़ रुपये बैठता है। सरकार किसानों को सम्मान निधि देने के नाम पर छह हजार रुपये सालाना दे रही है। अगर बकाया पर ब्याज मिल जाए तो किसान को 50 से 60 हजार रुपये प्रति एकड़ मिल सकते हैं। ब्याज देने के मामले में सरकार का कहती है कि इतनी धनराशि देने पर मिलें बंद हो जाएंगी।
जिन्होंने कभी खेती नहीं की उनसे क्या उम्मीद
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि किसानों के इतने संगठन हो गए हैं कि जिसे जिलाध्यक्ष पद से हटाओ वो अपना किसान संगठन बनाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष बन रहा है। ऐसे भी राष्ट्रीय अध्यक्ष है जिन्होंने कभी खेती भी नहीं की है, उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं।
पार्टी बनाकर चुनाव लड़ें किसान
सरदार वीएम सिंह ने कहा कि राजनीतिक दलों से जुडे नेता किसानों की उपेक्षा कर रहे हैं। किसानों की वोटों से चुनाव जीतने वाले नेता उनकी समस्याओं को दूर कराने में साथ नहीं दे रहे हैं। पहले वोट देकर सरकार बनवाते हैं फिर किसानों को अपने मांगों को पूरा कराने के लिए धरना दे देना पड़ रहा है। इसलिए किसान अपनी राजनीतिक पार्टी बनाकर एमपी, एमएलए का चुनाव लडें और किसान विरोधी नेताओं को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएं। किसानों को एमएसपी पर फसल खरीद की साथ दूध की खरीद की भी गारंटी दी जाए।