Darul uloom farangi mahal
मौलाना ने कहा कि देश को विदेशियों के कब्जे से आजाद कराने में मुजाहिदीन-ए-आजादी की कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता। हमें चाहिए कि उन्हें याद रखें। आज यह मुकाबला उनको याद करने की कोशिश है। देश की आजादी की हिफाजत नौजवानों की जिम्मेदारी है।और पढ़ें
दारुल इफ्ता फरंगी महल से इससे पहले दहशतगर्दी के खिलाफ, बच्चियों के गर्भपात और महिलाओं की शिक्षा की अहमियत जैसे विषयों पर जारी हुए फतवे काफी चर्चा...और पढ़ें