Lucknow cancer institute
हायपेक तकनीक से कीमोथेरेपी दवाओं का असर सीधे प्रभावित क्षेत्र तक सीमित रहता है। इससे शरीर के अन्य अंग सुरक्षित रहते हैं, और इस प्रक्रिया के अंत में पेट को साफ करने के लिए नमक के घोल से धोया जाता है। यह विधि कैंसर के इलाज में एक सुरक्षित और असरदार विकल्प है।और पढ़ें
कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि 80 से 90 प्रतिशत मानसिक बीमारियां समय पर इलाज से पूरी तरह से ठीक हो सकती हैं। लेकिन अभी भी 30 से 40 प्रतिशत लोग मानसिक बीमारियों को भूत-प्रेत का साया मानते हैं।और पढ़ें
ऑफिस का माहौल हमेशा खुशनुमा होना चाहिए। कर्मचारियों को बेवजह का तनाव देने से बचना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओपीडी में आने वाले कामकाजी 20 से 25 प्रतिशत लोग मानसिक तनाव में हैं।और पढ़ें