Shraddha
महापात्र मनीष का कहना है कि पितृपक्ष के दिनों में अगर कोई अस्थियां लेने नहीं आया तो वो पित्र विसर्जन अमावस्या के दिन इन अस्थियों को हरिद्वार, गढ़ गंगा या मुरादनगर गंगनहर पर लेकर जाएंगे। और पढ़ें
इस समय अवधि में जो तिथि होती है उसके अनुसार श्राद्ध कर्म किया जाना चाहिए ना कि सूर्योदय तिथि के अनुसार। और पढ़ें