World hindi day
प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भाषाएँ अब देश की सीमाओं से बाहर जा रही है। लिपियों की बाध्यता भी भाषाओं में अब नहीं मानी जा रही और एक भाषा को दूसरी भाषा की लिपि में लिखा जा रहा है।और पढ़ें
प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भाषाएँ अब देश की सीमाओं से बाहर जा रही है। लिपियों की बाध्यता भी भाषाओं में अब नहीं मानी जा रही और एक भाषा को दूसरी भाषा की लिपि में लिखा जा रहा है।और पढ़ें