काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में न केवल भारत के बल्कि विदेशों से भी छात्र अपनी पढ़ाई के लिए आते हैं, खासकर एमबीबीएस और अन्य कोर्सेज में, विश्वविद्यालय सभी छात्रों को सुविधाएं प्रदान करता है, हालांकि विभिन्न कोर्सेज की फीस में थोड़ा अंतर होता है।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बड़ा बदलाव : एमबीबीएस समेत कई कोर्स की फीस में इजाफा, विदेशी छात्रों को बड़ा झटका
Nov 17, 2024 14:22
Nov 17, 2024 14:22
- विदेशी स्कॉलर्स की पीएचडी फीस में 110% का इजाफा
- स्नातक और परास्नातक कोर्स की फीस में 75% तक बढ़ोतरी
- एकेडमिक काउंसिल की बैठक में फैसला
कई कोर्स की फीस में इजाफा
BHU में स्नातक, परास्नातक, पीएचडी और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए छात्रों की पढ़ाई होती है। इन कोर्स में देश-विदेश से कई छात्र-छात्राएं दाखिला लेते हैं। इस बार विश्वविद्यालय ने इन छात्रों की फीस बढ़ा दी है। पीएचडी की फीस में 110% का इजाफा किया गया है, जबकि स्नातक और परास्नातक कोर्स की फीस में 75% तक बढ़ोतरी की गई है। यह फैसला एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया।
मेडिकल की पढ़ाई भी हुई महंगी
विश्वविद्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेडिकल की पढ़ाई के लिए फीस में बढ़ोतरी की गई है। अब एमसीएच, एमडी, एमएस और डीएम कोर्स की फीस 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 4.25 लाख रुपये कर दी गई है। वहीं, सार्क देशों के छात्रों के लिए इन कोर्स की फीस 2 से 3 लाख रुपये के बीच कर दी गई है। इसी तरह, बीडीएस स्नातक कोर्स की फीस 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये कर दी गई है। एमबीबीएस और बीएएमएस की फीस भी 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये कर दी गई है, जबकि सार्क देशों के छात्रों के लिए यह फीस 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दी गई है।
मैनेजमेंट फीस में बड़ा बदलाव
अब MCA, MBA और MIBA कोर्स के लिए भारतीय छात्रों को 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपये देने होंगे। वहीं सार्क देशों के विद्यार्थियों के लिए यह फीस 1.5 लाख से बढ़कर 2.10 लाख रुपये हो गई है। इसके अलावा, परास्नातक कोर्स की फीस 45,000 से बढ़कर 60,000 रुपये हो गई है। प्रोफेशनल कोर्स के लिए अब 50,000 से 75,000 रुपये देने होंगे, जबकि एमवॉक कोर्स की फीस 45,000 से बढ़कर 65,000 रुपये हो गई है। यह बदलाव विश्वविद्यालय की नई शुल्क नीति के तहत किए गए हैं।
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में फैसला
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, शुल्क में बढ़ोतरी का प्रस्ताव एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखा गया था और इसे मंजूरी भी मिल चुकी है। इस इजाफा में सार्क देशों के छात्रों को कुछ राहत दी गई है। नॉन-सार्क देशों के मुकाबले, सार्क देशों के छात्रों के लिए फीस वृद्धि में 7 से 25 प्रतिशत तक की कमी की गई है। बता दें कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के आठ सदस्य देश हैं, जिनमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
Also Read
17 Nov 2024 04:12 PM
लंका थाना क्षेत्र के अंतर्गत नारायणपुर डाफी स्थित मीनाक्षीपुरम कॉलोनी में बीती रात एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। और पढ़ें