कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला अस्पताल में व्याप्त दुर्व्यस्था समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी ने जिला अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान अस्पताल में व्याप्त समस्याओं को दूर करने की मांग की।
जिला अस्पताल का बुरा हाल : सपा ने दिया धरना, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को दिया 7 दिन का अल्टीमेटम, ज्ञापन सौंपा
Sep 05, 2024 00:53
Sep 05, 2024 00:53
कार्यकर्ताओं और जनता से जिला अस्पताल की दुर्व्यवस्था की शिकायतें मिल रही थीं
धरने के दौरान, सांसद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि लंबे समय से कार्यकर्ताओं और आम जनता से जिला अस्पताल की दुर्व्यवस्था की शिकायतें मिल रही थीं। जब वह खुद मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि अस्पताल परिसर में पानी भराव और गंदगी की स्थिति बहुत खराब है। मरीजों को इस गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में रोजाना लगभग दो हजार मरीज आते हैं, लेकिन उनके लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर केवल दो ही हैं। सांसद ने मांग की कि मरीजों की जांच और सैंपल एकत्र करने के काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाए।
सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में तैनात सैकड़ों डॉक्टर बिना ड्यूटी किए ही वेतन ले रहे हैं और अपनी निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और उसी के आधार पर वेतन भुगतान की मांग की।
सीएमओ, सीएमएस और मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल की कड़ी आलोचना की
सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने भी स्वास्थ्य विभाग की खामियों को उजागर किया। उन्होंने सीएमओ, सीएमएस और मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि जिले में संचारी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जिला अस्पताल और पोस्टमार्टम हाउस की स्थिति नारकीय बनी हुई है। पिछले कई महीनों से अस्पताल की हालत बदतर हो गई है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो सपा फिर से धरने पर बैठेगी और इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की होगी।
सीएचसी और पीएचसी में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और दवाओं की कमी की लगातार शिकायतें मिल रही
सपा के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने महिला अस्पताल (हेरिटेज) की खराब स्थिति की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि जिले भर के सीएचसी और पीएचसी में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और दवाओं की कमी की लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिन्हें तुरंत दूर किया जाना चाहिए। इस प्रदर्शन में मुसाफिर सिंह चौहान, चंद्रभानु यादव, रमेश यादव, औसाफ अहमद, जितेंद्र कुमार, राजकुमार, चंद्रशेखर यादव, चकरु यादव, राम धवल पासवान, अश्विनी सोनकर, नफीस अहमद, गुलाब गोंड, सुरेंद्र यादव, आरती यादव, गार्गी पटेल, निरंजन कन्नौजिया, मीरा यादव और दिलीप पासवान सहित कई अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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