वाराणसी की एटीएस यूनिट को सूचना मिली की यूपी से कुछ लोग पश्चिम बंगाल के नकली नोट चलाने वाले तस्कर गिरोह के संपर्क में हैं। नकली नोटों की छपाई बांग्लादेश में होती है। वहां से पश्चिम बंगाल लाया जाता है। जहां से आरोपी नकली नोट लाकर यूपी के अलग-अलग जिलों में सप्लाई करते थे।
बड़ी सफलता : नकली नोटों के सौदागर चढ़े एटीएस के हत्थे, 45 हजार रुपये के जाली करेंसी बरामद
Feb 06, 2024 18:50
Feb 06, 2024 18:50
अंबेडकर नगर के रहने वाले हैं आरोपी
वाराणसी की एटीएस यूनिट को सूचना मिली की यूपी से कुछ लोग पश्चिम बंगाल के नकली नोट चलाने वाले तस्कर गिरोह के संपर्क में हैं। नकली नोटों की छपाई बांग्लादेश में होती है। वहां से पश्चिम बंगाल लाया जाता है। जहां से आरोपी नकली नोट लाकर यूपी के अलग-अलग जिलों में सप्लाई करते थे। एटीएस की टीम ने विपिन गुप्ता उर्फ अवनीश एवं अंकुर मौर्य को 45 हजार रुपये जाली भारतीय मुद्रा के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल के फरक्का से अपने तस्कर साथियों के द्वारा बांग्लादेश से तस्करी के माध्यम से लाई गयी जाली नोट को वाराणसी लेकर आए थे।
अभियुक्तों के पास से 45 हजार रुपये के जाली नोट, एक आधार कार्ड, एक कीपैड मोबाइल फोन, फरक्का प. बंगाल जाने का ट्रेन टिकट बरामद हुआ है। पकड़े गए आरोपी अंबेडकर नगर के रहने वाले हैं। वे पहले भी कोलकाता से नकली नोटों की कई खेप ला चुके हैं और खपा चुके हैं। 5 फरवरी को दोनों 45 हजार रुपये लेकर कोलकाता से वाराणसी पहुंचे। वे वाराणसी में दूसरे एजेंट को यह नोट हैंडओवर करके बस से अंबेडकर नगर जाने वाले थे, लेकिन पकड़े गए।
छोटे कस्बों में खपाए जाते हैं नकली नोट
एटीएस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल से हमें इन नोटों की डिलीवरी मिली थी। इन नोटों को वाराणसी के अलावा कई जिलों के बाजारों में खपाने की तैयारी थी। हमारा काम सिर्फ एजेंज को यह पैसे हैंडओवर करने का था। तस्करों ने बताया कि पूर्वांचल के कई जिलों में हमारे एजेंट हैं और उन्हीं के जरिये रैकेट काम करता है। इन एजेंट्स के पास नकली नोट पहुंचा दिए जाते हैं और वे धीरे-धीरे गांव-कस्बों की दुकानों पर इसे चला देते थे। ये एजेंट्स आधी कीमत पर नकली नोट लेते हैं और फिर छोटे गांव-कस्बों के बाजारों में नकली नोट असली नोट की कीमत पर चला देते हैं।
पहले भी जेल जा चुके हैं दोनों आरोपी
एटीएस ने बताया कि जाली भारतीय नोट लेकर वाराणसी आए दोनों शातिर और अभ्यस्त तस्कर हैं। वे पहले भी जेल जा चुके हैं। आरोपी अंकुर मौर्य पुत्र शिवशरन मौर्य के खिलाफ अंबेडकरनगर टांडा में 2021 में केस दर्ज किया गया था। वहीं विपिन गुप्ता उर्फ अवनीश पुत्र दिनेश गुप्ता पर भी मुकदमा दर्ज है।
पिछले महीने भी पकड़े गए जाली नोट
28 जनवरी को भी वाराणसी में नकली नोट पकड़ा गया था। तब 97,500 रुपये के जाली नोटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पता चला कि बांग्लादेश के यह नकली नोट कोलकाता होते हुए, दूसरे राज्यों में सप्लाई किया जा रहा है।
20 हजार के असली नोट के बदले मिलते हैं 1 लाख के नकली नोट
4 फरवरी को भी चंदौली में 1 लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट पकड़े गए थे। तब आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 20 हजार रुपये देकर बिहार से यह नकली नोट लिया था। माना जा रहा है कि इस तरह के नकली नोट 20 से 25 हजार रुपये में 1 लाख कीमत के मिल जाते हैं।
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