उत्तर प्रदेश के 1.89 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों पर दो महीने से राशन न मिलने से बच्चों में कुपोषण का खतरा बढ़ गया है। राशन की गुणवत्ता पर कोर्ट केस के कारण आपूर्ति रुकी है। सवर्ण विकास मंच ने मुख्यमंत्री से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की है।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन वितरण में देरी : दो महीने से बच्चे कर रहे हैं इंतजार, स्वास्थ्य पर असर, अभिभावकों ने जाहिर की कड़ी नाराजगी
Dec 14, 2024 17:21
Dec 14, 2024 17:21
Ghazipur News : उत्तर प्रदेश के एक लाख 89 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को दो महीने से सरकारी राशन नहीं मिल सका है, जिससे बच्चों के कुपोषित होने की संभावना बढ़ गई है। राशन की गुणवत्ता को लेकर एक याचिका कोर्ट में दाखिल की गई है, जिसके चलते संबंधित फर्म से राशन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस स्थिति को लेकर बच्चों के अभिभावकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। सवर्ण विकास मंच गाजीपुर की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अलका अग्रवाल ने यूपी के मुख्यमंत्री से मांग की है कि राशन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को राशन न मिलने के कारण उन्हें परेशानी हो रही है।
केंद्रों पर राशन का वितरण न होने से समस्या बढ़ी
प्रदेश में संचालित एक लाख 89 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में हर केंद्र पर 100 बच्चों को पंजीकृत किया गया है, जिससे कुल बच्चों की संख्या करीब 38 लाख होती है। गाजीपुर जिले के 4118 आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक लाख 64 हजार 720 बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए शासन के निर्देश पर हर महीने आंगनबाड़ी केंद्रों पर दाल, तेल और दलिया का वितरण किया जाता है।
हालांकि, गाजीपुर जिले के कई केंद्रों पर राशन का वितरण नहीं हुआ। सवर्ण विकास मंच की जिलाध्यक्ष अलका अग्रवाल ने शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया और पाया कि रायगंज प्रथम, रायगंज द्वितीय और रजदेपुर प्रथम के बच्चों को राशन नहीं मिला। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से जानकारी मिलने पर पता चला कि राशन शासन स्तर से नहीं आ रहा है।
राशन की गुणवत्ता को लेकर कोर्ट में याचिका
सीडीपीओ सायरा परवीन ने बताया कि राशन की गुणवत्ता को लेकर एक याचिका कोर्ट में दाखिल की गई है, जिसके कारण शासन स्तर से राशन की आपूर्ति रोक दी गई है। यह समस्या पूरे प्रदेश में है, लेकिन राशन आते ही वितरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सवर्ण विकास मंच के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मृत्युंजय राय ने बयान जारी करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को राशन का वितरण जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार ने आंगनबाड़ी बच्चों के लिए राशन की सुविधा शुरू की थी, लेकिन अब इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
इस स्थिति को लेकर बच्चों के अभिभावकों में गहरी चिंता है, क्योंकि राशन की आपूर्ति नहीं होने से उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। सरकार से उम्मीद की जा रही है कि इस समस्या का शीघ्र समाधान होगा ताकि बच्चों को जरूरी पोषण मिल सके और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सके।
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