न्यायालय ने मस्जिद परिसर का सर्वे करने का आदेश दिया था। आज, दीवानी न्यायालय की टीम सर्वे के लिए मस्जिद पहुंची, लेकिन मस्जिद का ताला बंद मिला।
अटाला मस्जिद विवाद : सर्वे के लिए पहुंची कोर्ट टीम, बंद ताले के कारण नहीं कर पाई कार्य
Jul 25, 2024 21:22
Jul 25, 2024 21:22
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बंद ताले के कारण नहीं कर पाई कार्य
दीवानी न्यायालय की टीम जब अटाला मस्जिद परिसर का सर्वे करने पहुंची, तो उसे ताला बंद मिला। इस कारण टीम को मस्जिद के अंदर प्रवेश नहीं मिल सका। परिस्थितियों के चलते, टीम को बाहर से ही निरीक्षण करना पड़ा। अमीन द्वारा किए गए इस बाहरी निरीक्षण के आधार पर ही अब सर्वे रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह रिपोर्ट जल्द ही न्यायालय को सौंप दी जाएगी।
अटाला मस्जिद विवाद क्या है
कुछ समय पहले जौनपुर की प्रसिद्ध अटाला मस्जिद को अटाला माता का मंदिर होने का दावा किया गया था। इतिहास के अनुसार, यह मस्जिद 14वीं शताब्दी में इब्राहिम शाह शर्की द्वारा बनवाई गई थी। आगरा के वकील अजय प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और मस्जिद प्रबंधन समिति के खिलाफ यह मुकदमा दायर किया है। मंदिर पक्ष का तर्क है कि मुगल शासकों ने सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए हिंदू मंदिरों को तोड़ा था। उनका दावा है कि अटाला माता मंदिर को भी तोड़कर मस्जिद बना दिया गया और मंदिर के अवशेष अभी भी वहां मौजूद हैं। यह मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है।
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इस आधार पर किया गया दावा
न्यायालय में प्रस्तुत दावे के अनुसार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की कई रिपोर्टों में अटाला मस्जिद के चित्रों में हिंदू धार्मिक प्रतीक जैसे त्रिशूल, फूल और गुड़हल के फूल दिखाई देते हैं। विशेष रूप से, 1865 के एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के जनरल में मस्जिद भवन पर कलश की आकृतियों का उल्लेख मिलता है। इन सबूतों के आधार पर दावा किया जा रहा है कि अटाला मस्जिद वास्तव में अटाला माता मंदिर का मूल भवन है।
अभी ASI करती है अटाला मस्जिद का संरक्षण
वर्तमान में, अटाला मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के संरक्षण में है। कोर्ट में पेश किए गए दावे में ASI की रिपोर्ट्स का हवाला दिया गया है। 1865 के एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के जनरल में भी इमारत पर कलश की आकृतियों का उल्लेख मिलता है।
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