वाराणसी, जिसे धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है, अब जयपुर की तरह पर्यटकों के लिए खास ई-रिक्शा सेवा शुरू करने जा रही है। इस सेवा की कमान पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में होगी।
बनारस में महिला ई-रिक्शा चालकों की नई सेवा : सैलानियों को कराएंगी शहर के धार्मिक स्थलों की सैर, रोजगार का सुनहरा अवसर
Sep 22, 2024 16:58
Sep 22, 2024 16:58
महिलाओं को मिली 5 महीने की विशेष ट्रेनिंग
पर्यटन विभाग ने इस योजना के तहत वाराणसी की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पर्यटकों को सुविधा देने के उद्देश्य से ई-रिक्शा चलाने की ट्रेनिंग दी है। इस योजना का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है, जिसमें 20 महिलाओं को पांच महीने की ट्रेनिंग दी गई है। इस प्रशिक्षण में उन्हें ई-रिक्शा संचालन और पर्यटकों की सुविधा के बारे में विशेष जानकारी दी गई। इन महिला चालकों के जरिए न केवल उन्हें रोजगार मिलेगा बल्कि पर्यटक भी वाराणसी की सैर का आनंद नई सुविधा के साथ ले सकेंगे।
ई-रिक्शा की खासियतें
इस योजना के अंतर्गत चलने वाले ई-रिक्शा अन्य सामान्य रिक्शों से अलग हैं। प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अमृता ने बताया कि इन रिक्शों में ओपन रूफ की सुविधा है, जिससे पर्यटक आराम से शहर का नजारा देख सकेंगे। इसके अलावा, पर्यटकों की सहूलियत के लिए लाकर सिस्टम भी उपलब्ध है, जिसमें वे अपना सामान सुरक्षित रख सकते हैं। इन रिक्शों में एक खास साउंड सिस्टम भी लगाया गया है, जो पर्यटकों को उनके गंतव्य स्थलों के बारे में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में जानकारी देगा। यह सुविधा विशेष रूप से विदेशी पर्यटकों के लिए उपयोगी होगी, जिससे वे आसानी से शहर की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
बुकिंग की प्रक्रिया
इन ई-रिक्शा की बुकिंग मुख्य रूप से होटल्स के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए होली सिटी प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न होटलों के साथ टाइअप किया जाएगा, जहां पर्यटकों के अनुरोध पर महिला चालक उन्हें होटल से लेकर वाराणसी के विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की सैर कराएंगी। इसके साथ ही, पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग के जरिए भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं और आसानी से ई-रिक्शा बुक कर सकते हैं।
महिलाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर
इस प्रोजेक्ट से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि यह उनके लिए आत्मसम्मान के साथ रोजगार प्राप्त करने का एक बेहतरीन अवसर है। उन्हें पहले कई बार सड़कों पर सवारी लेने में कठिनाई होती थी, लेकिन इस नई व्यवस्था के माध्यम से वे बिना किसी परेशानी के सीधे बुकिंग के आधार पर सवारियों को ले सकेंगी। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि वे हर दिन 500 से 1000 रुपये तक कमा सकती हैं।