इस वर्ष विशेष रूप से आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के कमांडो को तैनात किया जाएगा, जो पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़...
काशी विश्वनाथ धाम में सावन की सुरक्षा चाक-चौबंद : एटीएस कमांडो से लेकर महिला पुलिसकर्मी तक तैनात, गंगा घाटों पर विशेष निगरानी
Jul 16, 2024 13:23
Jul 16, 2024 13:23
- काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- महिला पुलिसकर्मियों को सादे वेश में तैनात किया जाएगा
- गंगा नदी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है
महिला पुलिसकर्मियों को किया गया तैनात
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए, 150 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों को सादे वेश में धाम के आस-पास की गलियों और अन्य क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। यह कदम महिला दर्शनार्थियों को सुरक्षा का अहसास देने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उठाया गया है। साथ ही, भीड़भाड़ वाले हर महत्वपूर्ण स्थान पर महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।
घाटों पर विशेष तैनाती
गंगा नदी की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है। आदिकेशव घाट से अस्सी घाट तक जल पुलिस, पीएसी बाढ़ राहत दल और एनडीआरएफ के जवान मोटरबोट के साथ निरंतर गश्त करेंगे। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नगर निगम द्वारा गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। इन उपायों से जल संबंधित किसी भी आपात स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।
इस दिन बाइक पर रहेगा प्रतिबंध
विश्वनाथ धाम के आस-पास की संकरी गलियों में यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। सावन के हर रविवार की रात से सोमवार की रात तक इन गलियों में बाइक पार्किंग पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, गलियों को अतिक्रमण मुक्त रखा जाएगा और पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। यह कदम श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन को सुनिश्चित करेगा।
सादे कपड़ों में तैनात रहेगी पुलिस की विशेष टीम
श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की ठगी या अनुचित व्यवहार से बचाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। दुकानदारों को स्पष्ट मूल्य सूची प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, दशाश्वमेध, चौक और लक्सा थाने के 25 पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम सादे कपड़ों में श्रद्धालुओं के बीच घूमकर निगरानी रखेगी। यह टीम किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखेगी और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई करेगी।
खोया-पाया केंद्र स्थापित किए जाएंगे
इन सभी सुरक्षा उपायों के अलावा, श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्प डेस्क और खोया-पाया केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। ये केंद्र श्रद्धालुओं को आवश्यक जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध कराएंगे। समग्र रूप से, ये व्यापक सुरक्षा प्रबंध काशी विश्वनाथ धाम में सावन के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखद अनुभव प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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