महाशिवरात्रि पर टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर होने वाले वैवाहिक कर्मकांड के दौरान बाबा विश्वनाथ और गौरा की चल प्रतिमा के लिए मदुरै से वस्त्र भेजे गए हैं।
महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ विवाहोत्सव : मदुरै से आए वस्त्रों से सजेंगे शिव-पार्वती, जानिये क्या है परंपरा...
![मदुरै से आए वस्त्रों से सजेंगे शिव-पार्वती, जानिये क्या है परंपरा...](https://image.uttarpradeshtimes.com/img-20240308-wa0026-47067.jpg)
Mar 08, 2024 10:45
Mar 08, 2024 10:45
ऐसे मिली प्रेरणा
पं. एसके रमन शास्त्री एवं उनकी पत्नी सुंदरता लक्ष्मी विवाह का जोड़ा महंत आवास पहुंचकर पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी को सौंपा। पं. एसके रमन शास्त्री ने कहा कि जब मुझे यह सूचना मिली कि विवाहपूर्व लोकाचार के लिए अयोध्या के प्रसिद्ध रामायणी पं. वैद्यनाथ पांडेय के पुत्र पं. राघवेश पांडेय ने अयोध्या से हल्दी प्रेषित की है, उसी समय उन्होंने तय कर लिया था कि महंत अवास पर होने वाले वैवाहिक अनुष्ठान के दौरान बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती को अर्पित करने के लिए वस्त्रों का जोड़ा मैं अपनी तरफ से भेंट करुंगा।
मंदिर स्थापना के समय से चली आ रही परंपरा
महाशिवरात्रि के दिन महंत आवास पर होने वाले वैवाहिक कर्मकांड के दौरान बाबा और गौरा की चल प्रतिमाओं को यही जोड़ा धारण कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक तरफ काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का विवाह होता है तो ठीक उसी समय महंत आवास पर भी विवाह के विधान पूर्ण किए जाते हैं। महंत आवास पर यह परंपरा विश्वनाथ मंदिर के स्थापना काल से अनवरत चली आ रही है।
Also Read
![काशी विद्यापीठ में शुरू हुआ यूपी का पहला संगीत चिकित्सा पीजी डिप्लोमा कोर्स काशी विद्यापीठ में शुरू हुआ यूपी का पहला संगीत चिकित्सा पीजी डिप्लोमा कोर्स](https://image.uttarpradeshtimes.com/untitled-design-43-76381.jpg)
5 Jul 2024 01:47 PM
यह संगीत चिकित्सा का कोर्स प्रदेश में एक नई पहल है और सत्र 2024-25 में इसमें एडमिशन लिए जा रहे हैं। यह कोर्स स्वास्थ्य सेवा में पेशेवरों के लिए भी उपयोगी होगा और संगीत, मनोविज्ञान, चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में स्नातक छात्र इसमें एडमिशन... और पढ़ें