पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि यूपी कॉलेज प्रशासन ने परिसर में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की है और यह अनुरोध किया है कि शैक्षिक गतिविधियां बिना किसी विघ्न के चलती रहें...
बनारस यूपी कॉलेज में तनाव का माहौल : पुलिस ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगाई रोक, शांति बनाए रखने की अपील
Dec 04, 2024 13:38
Dec 04, 2024 13:38
पुलिस ने छात्रों को रोका
इससे पहले, विवाद के दौरान कुछ छात्र यूपी कॉलेज से तितर-बितर हुए थे और वे नाराजगी में शिवपुर थाने का घेराव करने जा रहे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके बाद छात्र वापस यूपी कॉलेज के गेट पर आ गए और वहां नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए बाध्य न करें। इस पर छात्रों ने शांत होने का निर्णय लिया और माहौल फिर से सामान्य हो गया।
माहौल शांत कराने के लिए की गई कार्रवाई
इस घटना के दौरान, जब कुछ लोग कॉलेज परिसर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें रोकते हुए कहा कि परीक्षा के कारण उन्हें अन्य मस्जिद में जाने का सुझाव दिया। इस कदम के बाद कॉलेज परिसर में किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए पुलिस की ओर से त्वरित कार्रवाई की गई, जिससे माहौल पूरी तरह से शांत हो गया।
सीएम योगी ने की थी ये घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 नवंबर को यूपी कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि यूपी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद, वर्ष 2018 का एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस पत्र में वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि यूपी कॉलेज की जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है और कॉलेज ने उस पर कब्जा कर रखा है। यदि प्रशासन ने जवाब नहीं दिया, तो जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति के रूप में कब्जा कर लिया जाएगा।
पत्र वायरल होने के बाद बिगड़ा माहौल
वायरल हुए पत्र के बाद, कॉलेज परिसर का माहौल अचानक गरमाया और शहर के कुछ प्रबुद्ध लोग इस बात को लेकर चिंतित हुए कि कहीं जान-बूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश तो नहीं की जा रही। इस मुद्दे पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया, लेकिन कई लोग इस बात को स्पष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाए।
पहले ही खारिज किया जा चुका है दावा
वहीं ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने इस संबंध में स्थिति साफ की। उन्होंने बताया कि यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि यूपी कॉलेज को जारी किया गया नोटिस 2021 में ही निरस्त कर दिया गया था। यासीन ने यह भी बताया कि वक्फ बोर्ड के विधि अधिकारी अब्दुल मोबीन खां ने लिखित में बताया कि 2018 में जारी किया गया नोटिस 2021 में वापस ले लिया गया था और अब इस नोटिस से संबंधित कोई कार्रवाई प्रचलन में नहीं है।
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