देव दीपावली के विशेष अवसर पर इस बार गंगा महोत्सव का मुख्य आयोजन राजघाट के बजाय अस्सी घाट पर आयोजित किया जाएगा। इसे और भी भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन...
वाराणसी की देव दीपावली : भव्य गंगा महोत्सव की तैयारियां शुरू, कैलाश खेर और शिवमणि की प्रस्तुति से सजेगा मंच
Oct 08, 2024 10:45
Oct 08, 2024 10:45
उपनिदेशक आरके रावत ने बताया...
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि महोत्सव में भाग लेने वाले अन्य कलाकारों की सूची जल्द ही अंतिम रूप ले लेगी। जिससे आगंतुकों को एक सांस्कृतिक और भक्ति भाव से ओतप्रोत अनुभव मिल सके। महोत्सव के दौरान देव दीपावली पर घाटों को रोशनी से जगमगाया जाएगा और इस बार अस्सी घाट पर 12 लाख दीयों की जगमगाहट का अनूठा दृश्य देखने को मिलेगा। शहर के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक भवनों को भी झालरों से सजाने की विशेष तैयारियां की जा रही हैं ताकि वाराणसी का हर कोना रोशनी की सुंदरता से खिले।
ग्रीन आतिशबाजी और लाइट एंड साउंड शो बनेगा आकर्षण का केंद्र
इस साल गंगा पार रेती क्षेत्र पर पर्यावरण अनुकूल (ग्रीन) आतिशबाजी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुंबई से विशेष कलाकारों की टीम को बुलाया जाएगा। 12 मिनट तक चलने वाली इस आतिशबाजी में पारंपरिक आतिशबाजी की बजाय पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन आतिशबाजी का प्रयोग किया जाएगा। जिससे यह पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देगा। इसके अलावा गंगा द्वार पर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन भी किया जाएगा। जो महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
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एक माह पहले से हो रही भव्य तैयारी
पर्यटन विभाग ने इस आयोजन की सफलता और भव्यता को सुनिश्चित करने के लिए लगभग एक माह पहले से तैयारी शुरू कर दी है। उप निदेशक रावत ने बताया कि देव दीपावली के एक दिन पहले सभी घाटों पर दीये और बाती का वितरण किया जाएगा। जिससे घाटों पर भक्तगणों द्वारा दीप प्रज्वलन की परंपरा निभाई जा सके। गंगा महोत्सव और देव दीपावली का यह संगम न केवल धार्मिक उत्साह को बढ़ावा देगा बल्कि वाराणसी के पर्यटन को भी बढ़ावा देने का काम करेगा। घाटों पर बहते दीयों की पंक्तियाँ और आसमान में रंग बिखेरती आतिशबाजी एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगी। जो हर वर्ष हजारों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
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