काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पढ़ाई करने वाले छात्रों की विविधता के बीच एक विशेष कहानी सामने आई है। यहां विभिन्न जाति, धर्म, संप्रदाय और देशों से विद्यार्थी अध्ययन के लिए आते हैं...
बड़ी उपलब्धि : संथाली जनजाति पर शोध करने वाली पहली महिला बनीं इंद्राणी मुर्मू, मिली सराहना
Dec 28, 2024 20:30
Dec 28, 2024 20:30
झारखंड की संथाली जनजाति पर शोध कार्य
झारखंड की संथाली जनजाति जो भारत के प्रमुख मुंडा जातीय समूहों में से एक है मुख्य रूप से झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और असम राज्यों में निवास करती है। ये लोग संथाली भाषा बोलते हैं और नेपाल तथा बांग्लादेश में भी उनकी छोटी आबादी है। संथाली जनजाति में शिक्षा की दर काफी कम है और शिक्षा प्राप्त करने के लिए अक्सर इन लोगों को दूर-दराज के इलाकों में जाना पड़ता है। इसी पृष्ठभूमि में, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाली इंद्राणी मुर्मू ने संथाली जनजाति पर शोध कर इस दिशा में एक नया अध्याय जोड़ा है। वह इस जनजाति से संबंध रखने वाली पहली महिला हैं जिन्होंने इस विषय पर शोध किया।
शोध कार्य के प्रति गर्व और प्रेरणा
इंद्राणी ने अपने शोध कार्य को सफलता पूर्वक पूरा किया और इसका श्रेय उन्होंने अपने गुरुजनों और परिवार को दिया। इस काम में उनके मार्गदर्शक प्रोफेसर प्रकाश कुमार माहती ने भी उनका उत्साहवर्धन किया। प्रोफेसर माहती ने कहा कि इंद्राणी का शोध कार्य न केवल इस जनजाति के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि यह उनके समुदाय के अन्य लोगों के लिए शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने का एक रास्ता खोलेगा। इंद्राणी की सफलता ने न केवल काशी हिंदू विश्वविद्यालय, बल्कि झारखंड के संथाली जनजाति के लिए भी एक नया मार्ग प्रशस्त किया है। उनका यह कार्य एक प्रेरणा बनकर अन्य जनजातियों के छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
Also Read
2 Jan 2025 06:11 PM
गाजीपुर जनपद में मोबाइल चोरी और गुम होने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस की स्वाट और सर्विलांस टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर 51 मोबाइल बरामद किए हैं और पढ़ें