समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने कहा कि 100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला यह प्रसिद्ध कॉलेज अब पूर्वांचल में सियासी हलचल का केंद्र बन गया है...
बनारस यूपी कॉलेज में सियासी घमासान : छात्रों के विवाद पर सपा नेता आईपी सिंह ने दी प्रतिक्रिया, बोले- सांप्रदायिक उन्माद चरम पर...
Dec 04, 2024 01:26
Dec 04, 2024 01:26
सपा नेता ने दी प्रतिक्रिया
दरअसल, छात्रों ने मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था, लेकिन जब वे वहां पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच तीव्र झड़प हुई। इस घटना पर आईपी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 100 एकड़ से ज्यादा एरिया में फैला बनारस का मशहूर उदय प्रताप कॉलेज अब पूर्वांचल में सियासत का अखाड़ा बन गया है। 2027 तक बीजेपी मन्दिर मस्जिद और मजारों तक अपने को सीमित रखना चाहती है।
100 एकड़ से ज्यादा एरिया में फैला बनारस का मशहूर उदय प्रताप कॉलेज अब पूर्वांचल में सियासत का अखाड़ा बन गया है।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) December 3, 2024
2027 तक बीजेपी मन्दिर मस्जिद और मजारों तक अपने को सीमित रखना चाहती है।
सियासत तब से गरम हो गई जब 2018 में सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कॉलेज को नोटिस दिया और सारी… pic.twitter.com/Y2cM6UvCJu
साम्प्रदायिक उन्माद चरम पर- आईपी सिंह
आईपी सिंह ने कहा कि सियासत तब से गरम हो गई जब 2018 में सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कॉलेज को नोटिस दिया और सारी संपत्ति वक्फ बोर्ड की बता दी। पिछले सप्ताह इस मशहूर कॉलेज में CM योगी जी आ धमके और इसे आनन फानन में विश्विद्यालय बनाने की घोषणा कर दी। इसके बाद मुस्लिम समाज भी सक्रिय हो गया और जुमा की नमाज पढ़ने वालों की संख्या अचानक से बढ़ गयी। परिसर में एक मस्जिद और एक मजार मौजूद है। कल छात्रों ने वक्फ बोर्ड का पुतला फूंका और आज छात्र इस मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। साम्प्रदायिक उन्माद चरम पर पहुंच गया है।
हिरासत में लिए गए 9 छात्र
गौरतलब है कि बनारस के उदय प्रताप कॉलेज में विवाद बढ़ता जा रहा है। कॉलेज के छात्रों ने मजार पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें मजार से 50 मीटर पहले ही रोक लिया और छात्र वहीं पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इस दौरान, छात्रों और पुलिस के बीच जमकर खींचतान हुई। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने 9 छात्रों को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए जाने के बाद छात्र उत्तेजित हो गए और उन्होंने कॉलेज के मुख्य द्वार पर "जय श्री हनुमान" का झंडा फहरा दिया।
इस कारण बढ़ा विवाद
दरअसल, वक्फ बिल के संभावित संशोधन के दौरान, वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज की भूमि को अपनी संपत्ति बताते हुए नोटिस जारी किया था। इस नोटिस में कहा गया कि यह भूमि सुन्नी वक्फ बोर्ड से जुड़ी हुई है और कॉलेज इसे अवैध रूप से नियंत्रित कर रहा है। इस कदम ने कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच गंभीर विरोध उत्पन्न कर दिया।
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नमाज पढ़ने कॉलेज पहुंचे 500 नमाजी
इसके अलावा, नवंबर 2024 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कॉलेज के 115वें स्थापना समारोह में आने के बाद यह विवाद फिर से तूल पकड़ने लगा। योगी ने इस अवसर पर कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा देने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद वक्फ बोर्ड का पत्र वायरल हो गया जिसमें कॉलेज की भूमि पर उनका दावा किया गया था। इसके बाद, जुमे की नमाज के लिए कॉलेज में 500 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए, जबकि आमतौर पर केवल 20 से 25 लोग ही नमाज अदा करने आते थे।
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