दीपोत्सव खत्म हो चुका है, त्यौहारों के खत्म होने के बाद जिला अस्पताल में मरीजों की अच्छी ख़ासी संख्या पहुंची। सोमवार को यहां करीब 4 हजार मरीज पहुंचे, जिनमें नेत्र, एलर्जी, त्वचा के साथ साथ ईआरवी और क्षय रोग से जुड़े मरीजों की...
Agra News : दीपोत्सव के बाद अस्पताल में बढ़ी बीमारों की संख्या, ओपीडी में पहुंचे 4 हजार मरीज...
Nov 04, 2024 15:18
Nov 04, 2024 15:18
मरीजों से खचाखच भरी रही ओपीडी
सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी मरीजों से खचाखच भरी रही। यहां पर करीब 4 हजार मरीजों ने अपना उपचार कराया। इनमें सबसे अधिक त्वचा, नेत्र, क्षय एवं एलर्जी से संबंधित मरीज रहे। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी वर्मा ने बताया कि दीपावली पर पहले लोग आतिशबाजी के चलते आंखों में चोट के मरीजों की संख्या अधिक रहती थी, लेकिन इस बार आंख का ऐसा कोई मरीज सामने नहीं आया, जिसे गंभीर चोट लगी हो। इस बार लोगों की आंखों में जलन एवं इंफेक्शन दिखाई दिया। यह आतिशबाजी के चलते प्रदूषण के कारण हुआ है। एलर्जी, त्वचा एवं क्षय रोगों से जुड़े मरीजों की भी भीड़ रही। सुबह से ही ओपीडी में मरीज कतार में खड़े रहे।
मौसम बदलने से बढ़े मरीज
प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र अरोड़ा का कहना है कि दीपोत्सव के बाद मरीजों की संख्या बढ़ना स्वाभाविक था। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि त्यौहारों के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या घट गई थी। आज चार-पांच दिनों से रुके हुए मरीज अस्पताल पहुंचे। आज करीब 4000 मरीज पहुंचे, जिनमें से करीब 2500 नए मरीज थे। डॉ. अरोरा ने बताया कि दीपावली के बाद मौसम बदला है, इसलिए खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक रही। उन्होंने बताया कि कुत्ता/ बंदर काटने (ईआरवी) के मरीज इसलिए बढ़े हैं, क्योंकि कई दिनों से मरीज त्यौहार के चलते नहीं आए थे। आज ईआरवी के करीब 180 नए मरीज पहुंचे, जबकि कुल मरीजों की संख्या 400 रही।
मरीजों के लिए नमूने
क्षय रोग से जुड़े चिकित्सकों ने कहा कि सोमवार को यहां पर खांसी, जुकाम से जुड़े मरीज पहुंचे, जिनका पिछले कुछ समय से खांसी जुकाम की समस्या अधिक थी। उनके नमूने लिए गए हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि इनमें टीवी के लक्षण हैं कि नहीं, उसके बाद ही ऐसे मरीजों का उपचार होगा।
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