आगरा मेट्रो परियोजना में बाधा : एनएचएआई और यूपीएमआरसी के बीच टकराव

एनएचएआई और यूपीएमआरसी के बीच टकराव
UPT | आगरा मेट्रो परियोजना

Jul 23, 2024 14:47

आगरा में मेट्रो परियोजना के निर्माण में एक नया मोड़ आ गया है। नेशनल हाईवे-19 पर तीन एलीवेटेड मेट्रो स्टेशनों के निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) और...

Jul 23, 2024 14:47

Agra News : आगरा में मेट्रो परियोजना के निर्माण में एक नया मोड़ आ गया है। नेशनल हाईवे-19 पर तीन एलीवेटेड मेट्रो स्टेशनों के निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के मथुरा खंड के बीच विवाद खड़ा हो गया है। इस टकराव का मुख्य कारण अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) का न होना है। 

एनएचएआई की टीम ने रोका कार्य
एनएचएआई की टीम ने खंदारी चौराहा के पास मेट्रो का कार्य रोक दिया। उन्होंने खोदाई करने वाली दो रिग मशीनों का प्रयोग बंद करने का निर्देश दिया। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि यूपीएमआरसी के पास आवश्यक एनओसी नहीं था। अब आगे की बैरीकेडिंग और निर्माण कार्य तभी शुरू होगा जब एनओसी प्राप्त हो जाएगा।आगरा में मेट्रो परियोजना का विस्तार काफी बड़ा है। शहर में कुल 30 किलोमीटर लंबा मेट्रो ट्रैक बनना है। इसमें पहला कॉरिडोर नेशनल हाईवे-19 पर स्थित सिकंदरा तिराहा से खंदारी होते हुए टीडीआई मॉल फतेहाबाद रोड तक 14 किलोमीटर लंबा होगा। यूपीएमआरसी की टीम वर्तमान में खंदारी चौराहा से सिकंदरा तिराहा की ओर काम कर रही थी।

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 315 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होगा काम 
उप निदेशक समाज कल्याण कार्यालय के पास एक रैंप का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, कार्यालय से लेकर आईएसबीटी मोड़ तक फुटपाथ पर बैरीकेडिंग कर दी गई है। खोदाई के लिए दो रिग मशीनें भी लगाई गई थीं, जिनसे कुछ दिनों तक काम चला था। परियोजना के तहत आईएसबीटी, गुरु का ताल और सिकंदरा तिराहा स्टेशनों का निर्माण 315 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। मिट्टी के नमूने लेने का काम पहले ही पूरा हो चुका है।

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एनओसी ना मिलने पर रोका गया काम 
विवाद का कारण यह है कि यूपीएमआरसी की टीम ने चार महीने पहले एनएचएआई से एनओसी मांगी थी। लेकिन एक भूल के कारण यह फाइल मथुरा खंड के बजाय आगरा खंड में पहुंच गई। इस गलती के कारण एनओसी अभी तक नहीं मिल पाई है। इसके बावजूद, यूपीएमआरसी की टीम ने बिना एनओसी के काम शुरू करवा दिया था। जब एनएचएआई के अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने काम रोकने का निर्देश दिया और इसकी सूचना नई दिल्ली को भी दी। शनिवार को एनएचएआई की टीम ने कार्य को पूरी तरह से बंद करवा दिया।

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तीन से चार दिनों में एनओसी मिलने की उम्मीद
एनएचएआई मथुरा खंड के दुर्घटना मैनेजर नरेंद्र सिंह ने कहा कि नेशनल हाईवे-19 पर तीन एलीवेटेड मेट्रो स्टेशन बनने हैं। यूपीएमआरसी की टीम ने बिना एनओसी के कार्य शुरू किया था। इसे बंद करने के लिए कहा गया था। फिर भी बीच में काम चालू हो गया। इसलिए अब सख्ती करनी पड़ी है। दूसरी ओर, आगरा मेट्रो के उप महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने बताया कि हाईवे पर मेट्रो का काम अभी बंद है। हमें उम्मीद है कि तीन से चार दिनों में एनओसी मिल जाएगी। यूपीएमआरसी के पास राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की एनओसी पहले से मौजूद है।

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