आगरा में पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य : 100 से अधिक आईडी कार्ड जारी, जानिए पूरी प्रक्रिया

100 से अधिक आईडी कार्ड जारी, जानिए पूरी प्रक्रिया
UPT | आगरा में पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

Dec 27, 2024 15:30

नगर निगम का अनुमान है कि आगरा में लगभग 20,000 पालतू जानवर घरों में रहते हैं। इन सभी का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि शहर में पालतू जानवरों का एक सुव्यवस्थित डाटा तैयार हो सके।

Dec 27, 2024 15:30

Agra News : आगरा नगर निगम ने शहर में पालतू जानवरों की संख्या को नियंत्रित करने और उनके बेहतर प्रबंधन के लिए रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य कर दिया है। अब तक 100 से अधिक पालतू जानवरों के आईडी कार्ड जारी किए जा चुके हैं। जिनमें कुत्ते, बिल्ली और खरगोश शामिल हैं। नगर निगम का अनुमान है कि आगरा में लगभग 20,000 पालतू जानवर घरों में रहते हैं। इन सभी का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि शहर में पालतू जानवरों का एक सुव्यवस्थित डाटा तैयार हो सके।

रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन के लिए पालतू जानवर के मालिकों को नगर निगम के चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से एक ऑफलाइन फॉर्म प्राप्त करना होगा। इस फॉर्म में पालतू जानवर की नस्ल, वैक्सीनेशन की स्थिति और अन्य जरूरी जानकारी भरनी होगी।

शुल्क विवरण
  • विदेशी नस्ल के पालतू जानवरों के लिए: ₹500
  • देसी नस्ल के पालतू जानवरों के लिए : ₹200

फॉर्म भरने के साथ निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे।
  1. पालतू जानवर का पासपोर्ट साइज फोटो।
  2. पालतू जानवर और मालिक के साथ तीन पासपोर्ट साइज फोटो।
  3. वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट।
  4. मालिक के आधार कार्ड की कॉपी।
  5. शुल्क रसीद की फोटो कॉपी।
फॉर्म जमा करने के बाद नगर निगम द्वारा वेरिफिकेशन किया जाएगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद पालतू जानवर का आईडी कार्ड जारी किया जाएगा।

रजिस्ट्रेशन का उद्देश्य और महत्व
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय यादव ने बताया कि रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने का मुख्य उद्देश्य पालतू जानवरों की संख्या का आंकड़ा तैयार करना है। यह डाटा डॉग बाइट्स और अन्य संबंधित घटनाओं पर रोक लगाने में सहायक होगा। नगर निगम को पालतू जानवरों और उनके मालिकों की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। जिससे शहर में बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। डॉ. यादव ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया से पालतू जानवरों की देखभाल में सुधार होगा और वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जा सकेगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के माध्यम से नगर निगम उन मालिकों पर भी निगरानी रख सकेगा जो अपने पालतू जानवरों की उचित देखभाल नहीं करते।

लोगों से अपील
नगर निगम ने इस पहल को सफल बनाने के लिए शहरवासियों से सहयोग की अपील की है। जिनके पास पालतू जानवर हैं, उनसे निवेदन किया गया है कि वे समय पर रजिस्ट्रेशन कराएं और सही जानकारी प्रदान करें। नगर निगम की इस पहल को शहरवासियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। कई पालतू जानवर मालिकों ने इसे एक अच्छा कदम बताते हुए कहा कि इससे न केवल उनके पालतू जानवरों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि शहर में स्वच्छता और सुरक्षा के स्तर में भी सुधार होगा।

Also Read

जोधपुर झाल बना संकटग्रस्त पक्षियों का ठिकाना, इको-सिस्टम का बहुत महत्वपूर्ण अंग है सफेद गिद्ध  

27 Dec 2024 08:51 PM

मथुरा Mathura News : जोधपुर झाल बना संकटग्रस्त पक्षियों का ठिकाना, इको-सिस्टम का बहुत महत्वपूर्ण अंग है सफेद गिद्ध  

उत्तर प्रदेश के मथुरा में ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा संरक्षित फरह निकट स्थित जोधपुर झाल संकटग्रस्त पक्षियों का ठिकाना बनता जा रहा है। जोधपुर झाल पर... और पढ़ें