Agra News : रविवार को उत्तर प्रदेश के संभल में एक मस्जिद के सर्वे के मामले को लेकर भड़के लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव और आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने अपने बचाव में फायरिंग की और इसी फायरिंग से चार लोगों की मौत हो गई। अब इस मामले में सियासत गर्म हो गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष इस मामले को लेकर राजनीति करता हुआ दिखाई दे रहा है। सोमवार को शहर कांग्रेस कमेटी ने अमित सिंह के नेतृत्व में दीवानी स्थित पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर करीब एक घंटा मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
पूरे प्रदेश में नफरत की राजनीति
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि संभल में उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है, सरकार को कार्रवाई करने से पहले दूसरे पक्ष को विश्वास में देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी का भी पालन नहीं किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे प्रदेश में नफरत की राजनीति हो रही है इसी के चलते संभल की घटना हुई है। उन्होंने कहा कि संभल की जामा मस्जिद का पहली बार सर्वेक्षण हुआ तो लोगों ने सहयोग किया और उस समय अधिकारियों ने कहा था कि सर्वे का काम पूरा हो चुका है।
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि दूसरी बार सर्वे का आदेश किसने दिया। इसकी भी जांच होनी चाहिए। अमित ने कहा कि सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट डालने का प्रयास करना किसी भी समुदाय के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित मौन व्रत में मुख्य रूप राम टंडन, संतोष, दिक्षित, अश्वनी, जैन, लक्ष्मी, नारायण सिंह, गीता सिंह, निगम शर्मा, मनोज वर्मा, याकूब शेख, पूर्व पार्षद महावीर वर्मा, सतीश सिकरवार आदि मौजूद रहे।
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