प्रेम का प्रतीक कहे जाने वाले ताज महल में मुगल बादशाह का उर्स मनाया जा रहा है। मुगल बादशाह ने ही ताज महल का निर्माण किया था, जिसे विश्व की सबसे खूबसूरत इमारत माना जाता है। इसी इमारत में बादशाह के उर्स के तीसरे दिन चादर पोशी की गई।
Agra News : ताजमहल में उर्स का समापन, चढ़ाई गई इतनी बड़ी हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर, जानें क्या है खास...
Feb 09, 2024 14:02
Feb 09, 2024 14:02
- 1560 मीटर चढ़ाई गई हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर
- अकीदतमंद खरीदकर देते हैं चादर
सर्वसमाज के लोग बढ़-चढ़कर लेते हैं हिस्सा
ताजमहल पर चल रहे शाहजहां के तीन दिवसीय उर्स का आज समापन हो गया है। समापन के अंतिम दिन कुल की रस्म अदा करने के साथ ही सला-तो- सलाम पढ़ा गया। उसके बाद चादरपोशी का सिलसिला शुरू हुआ। चादरपोशी में हजारों की संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए। जिन्होंने उर्स में शिरकत कर चादरपोशी की। कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर अकीदतमंदों के साथ ताजमहल में पहुंचे और शाहजहां के मुख्य मकबरे पर हिंदुस्तानी सतरंगी चादर चढ़ाई। चादरपोशी के बाद सभी ने देश में अमन चैन की दुआ मांगी। बता दें कि ताजमहल में जाने वाली चादर को, हर साल बढ़ा दिया जाता है। सबसे बड़ी बात है कि इस चादर को, सभी धर्मों के लोग मिलकर तैयार करते हैं। इसलिए इस चादर का नाम हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर रखा गया है। जिसमें सर्वसमाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
अकीदतमंद खरीदकर देते हैं चादर
ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया कि जिनकी दुआ पूरी होती है, वो अकीदतमंद स्वयं इस उर्स में शामिल होने के लिए आते हैं और हिन्दुस्तानी सतरंगी चादर में अपनी चादर को शामिल करवाने के लिए चादर खरीदकर देते हैं। सभी लोगों से मिली चादर को एक किया जाता है। इसके बाद यह चादर शहंशाह शाहजहां के मकबरे पर चढ़ाई जाती है।
असली कब्र को देखने का मिला मौका
उर्स के मौके पर ताजमहल में प्रवेश देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए फ्री था। ताज देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते रहे। इस दौरान पर्यटकों को शाहजहां और मुमताज की असली कब्र को देखने का मौका मिला। वहीं, असली कब्रों को देखकर पर्यटक भी काफी उत्साहित नजर आए। उर्स के दौरान पर्यटन पुलिस के साथ अन्य विभाग के जवानों ने सुरक्षा का मोर्चा संभाला।
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