औद्योगिक विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नई पहल : आगरा में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर का शुभारंभ

आगरा में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर का शुभारंभ
UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Sep 02, 2024 02:31

आगरा में पर्यावरण संरक्षण के कड़े निर्देशों के चलते यहां कई विकास परियोजनाएं अटकी हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकारें विकास कार्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

Sep 02, 2024 02:31

Short Highlights
  •  उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण कर रहा इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की शुरुआत
  • उत्कृष्ट स्थान और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ आगरा के औद्योगिक क्षेत्र को नई दिशा प्रदान करेगी योगी सरकार की यह महत्वाकांक्षी परियोजना
Agra News : आगरा जिसे ताज नगरी के नाम से भी जाना जाता है, सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की निगरानी में है। पर्यावरण संरक्षण के कड़े निर्देशों के चलते यहां कई विकास परियोजनाएं अटकी हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकारें विकास कार्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। आगरा, जो कभी फाउंड्री उद्योग का एक प्रमुख केंद्र हुआ करता था, सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के बाद उस उद्योग को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा। फाउंड्री उद्योग के साथ-साथ कई अन्य उद्योग भी यहां से चले गए, जिससे बड़े उद्यमियों और उद्योगपतियों ने आगरा की तरफ से मुंह मोड़ लिया। ताज ट्रैपेज़ियम जोन (टीटीजेड) और एनजीटी के कड़े नियमों के कारण यहां नए उद्योग स्थापित करना मुश्किल हो गया है। 
जूता उद्योग को भी बढ़ावा देना चाहते हैं योगी 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में ऐसे उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाया है, जो पर्यावरण के अनुकूल हों और सुप्रीम कोर्ट, एनजीटी और टीटीजेड के दिशा-निर्देशों के अनुरूप हों। योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से आगरा की जूता उद्योग, जो कि यहां की प्रमुख ताकत मानी जाती है, को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसके साथ ही, उनका उद्देश्य है कि ताज नगरी और इसके आसपास के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलें, जिससे उन्हें बाहर जाकर काम करने की जरूरत न पड़े। 

इसी दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने आगरा में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। यह परियोजना अपने आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतरीन स्थान के साथ आगरा के औद्योगिक क्षेत्र को एक नई दिशा देगी। आईएमसी आगरा, यहां की चमड़े और जूते की समृद्ध धरोहर का लाभ उठाते हुए गैर-प्रदूषणकारी उद्योगों को बढ़ावा देगा, जिससे आगरा को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकेगा। इस क्लस्टर के जरिए न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के कुशल कार्यबल और स्थानीय विशेषज्ञता का भी उपयोग किया जा सकेगा।

आईएमसी आगरा ताज ट्रैपेज़ियम जोन के पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ पूरी तरह खाता है मेल
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी के अनुसार, आईएमसी आगरा ताज ट्रैपेज़ियम जोन के पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ पूरी तरह मेल खाता है। इसका स्थान इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है। यह क्लस्टर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और एनएच-19 से जुड़ा हुआ है, जिससे इसकी सड़क कनेक्टिविटी उत्कृष्ट है। इस परियोजना का स्थान दो प्रमुख क्लोवरलीफ जंक्शनों के पास है, जो दिल्ली एनसीआर और लखनऊ से समान दूरी पर स्थित है। इससे लॉजिस्टिक्स और परिवहन में सुधार होगा, और यात्रा का समय कम होगा। 

आईएमसी आगरा, न्यू टूंडला स्टेशन और प्रस्तावित जेवर हवाई अड्डे से भी अच्छी तरह से जुड़ेगा 
आईएमसी आगरा, न्यू टूंडला स्टेशन और प्रस्तावित जेवर हवाई अड्डे से भी अच्छी तरह से जुड़ा होगा, जिससे माल ढुलाई और व्यापारिक यात्राओं में सुविधा होगी। इसके अलावा, प्रस्तावित राष्ट्रीय जलमार्ग-110 के पास स्थित यह क्लस्टर जलमार्ग से भी जुड़कर माल परिवहन के लिए एक सशक्त विकल्प प्रदान करेगा। यह परियोजना आगरा के बाहरी इलाके में 1000 एकड़ में फैली हुई है और इसमें आधुनिक औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा। 

आईएमसी आगरा में एकीकृत उपयोगिता प्रबंधन, स्मार्ट बस स्टॉप, सोलर पैनल, वाई-फाई स्पॉट, और एक मजबूत
आईसीटी और स्काडा प्रणाली जैसी सुविधाएं भी होंगी। पर्यावरण नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए, यहां एक एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) भी स्थापित किया जाएगा। आईएमसी आगरा न केवल ताज नगरी में उद्योगों के पुनरुत्थान का प्रतीक होगा, बल्कि इसे एक नए औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा। योगी सरकार की यह परियोजना आगरा के औद्योगिक क्षेत्र को नए आयाम देने के साथ-साथ रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगी।  

Also Read

पंचायत सहायकों को होगा नोटिस जारी, 7 दिन में सुधार न होने पर दी चेतावनी

23 Nov 2024 02:11 PM

फिरोजाबाद फिरोजाबाद में डीएम ने जताई नाराजगी : पंचायत सहायकों को होगा नोटिस जारी, 7 दिन में सुधार न होने पर दी चेतावनी

फिरोजाबाद में जिलाधिकारी रमेश रंजन ने पंचायत सहायकों के कार्यों की समीक्षा के दौरान कुछ सहायकों के कार्य को असंतोषजनक पाया। उन्होंने निर्देशित किया कि जिनका कार्य खराब है... और पढ़ें